नई दिल्ली: मुंबई में कथित शिवसैनिकों की गुंडागर्दी का शिकार हुए पूर्व नौसैनिक मदन शर्मा को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. अस्पताल से बाहर आते ही उन्होंने मीडिया से बात की. मदन शर्मा ने खुद पर हुए हमले के मामले में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उद्धव ठाकरे जी से कानून व्यवस्था नहीं संभल रहा तो वो इस्तीफा दे दें.


मदन शर्मा ने कहा, "उद्धव ठाकरे जी से मैं ये बोलना चाहता हूं कि अगर कानून व्यवस्था आप नहीं देख सकते हैं तो इस्तीफा दे दीजिए. जनता को फैसला करने दीजिए कि कौन सी सरकार आकर कानून व्यवस्था को संभालेगी. उनसे नहीं हो रहा है तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए."


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हुई बातचीत को लेकर मदन शर्मा ने कहा कि उन्होंने मेरे साथ हुए हादसे की निंदा की और दुख जताया. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने उनसे हर संभव मदद की बात कही है और कहा है कि आप चिंता न करें.


मदन शर्मा ने अपने साथ हुई मारपीट की घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मैंने उन्हें बताया कि मैं डिफेंस से हूं और मैं सीनियर सिटिज़न हूं. लेकिन उन्होंने मेरे साथ बहुत ज्यादती की. उन्होंने कहा कि उन लोगों ने मुझे बात करने के लिए बुलाया था, लेकिन बिना बात किए ही उन्होंने मारना शुरू कर दिया. पूर्व नैसिने ने कहा कि हमारे देश में इस तरह के लोगों का होना ठीक नहीं.


उन्होंने कहा, "पहले तो उन्होंने मुझे मारा, बाद में मेरे घर पर पुलिस भेज दी, मुझे गिरफ्तार कर जेल में डालने के लिए. वहां मुझे पुलिस वाले मारते, लेकिन मुझे लोकल एमएलए अतुल और रानी द्विवेदी जी का साथ मिला. इन्होंने मुझे बचाया, वरना मैं आपके सामने नहीं होता. ये लोग जेल में ले जाकर मार डालते मुझे.