Lok Sabha Election: तेलंगाना की हैदराबाद लोकसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला बेहद ही दिलचस्प होने वाला है. एक तरफ 4 बार के सांसद और 'ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन' (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी हैं, तो दूसरी तरफ बीजेपी की ओर से हिंदुत्व का चेहरा और सामाजिक कार्यकर्ता माधवी लता हैं. दोनों के बीच इन दिनों काफी जुबानी जंग भी देखने को मिल रही है. ओवैसी और माधवी लगातार एक-दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं.
तेलंगाना में लोकसभा की 17 सीटें हैं, जिन पर चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होने वाली है. अभी मतदान में समय है, इसलिए बीजेपी और एआईएमआईएम लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. घर-घर जाकर मतदाताओं से मुलाकात की जा रही है. वहीं, हाल ही में माधवी ने ओवैसी को लेकर कहा था कि वह संसद में एआईएमआईएम चीफ से मुलाकात करेंगी, जब वह अपनी सीट खाली करके जा रहे होंगे. अब ओवैसी की तरफ से इसका जवाब भी आ गया है.
माधवी लता के संसद वाले बयान पर क्या बोले ओवैसी?
दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में ओवैसी से पूछा गया कि माधवी लता ने कहा है कि अब वह आपसे संसद में ही मुलाकात करेंगी, जब आप सीट खाली करके बाहर जा रहे होंगे. आप कब माधवी लता से मुलाकात करना चाहेंगे?
इसके जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "चुनाव में होने वाली ये हवा-हवाई बातें हैं. मुझे हैदराबाद से 2 बार विधानसभा चुनाव और 4 बार लोकसभा चुनाव में जीत मिली है. मेरे लिए ऐसी बातों को सुनना नया नहीं है. विपक्षी नेताओं की तरफ से ऐसी बयानबाजी की जा रही है, तो उन्हें करने दिया जाए."
पासमांदा मुस्लिमों को लेकर लगे आरोपों पर भी ओवैसी ने दिया जवाब
वहीं, माधवी लता के हैदराबादा के पासमांदा मुस्लिमों के लिए कुछ नहीं करने के आरोप पर भी ओवैसी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा, "बीजेपी एक ओर मुस्लिमों के लिए रिजर्वेशन बंद करने की बात करती है, लेकिन तेलंगाना में तो पसमांदा मुस्लिमों को रिजर्वेशन का लाभ मिल रहा है. मुस्लिम समुदाय में जितने भी पिछड़े वर्ग के लोग हैं, सभी को आरक्षण मिल रहा है. अरब, सैयद और शिया मुस्लिमों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है. हम तो सभी मुस्लिमों के लिए रिजर्वेशन मांग रहे हैं."
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी का कहना है कि वह वक्फ कानून को खत्म करेगी. उसकी संपत्तियों को छीनने की बात होती है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बुल्डोजर के जरिए जितने घरों को गिराया गया, उसमें से 90 फीसदी पसमांदा मुस्लिमों के ही थे.