उज्जैन: मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सियासी सूरमाओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बाद अब 'शिव भक्त' राहुल गांधी ने सोमवार को यहां हाजिरी लगाई. राहुल गांधी ने मंदिर में अभिषेक किया और कांग्रेस की सत्ता में वापसी की प्रार्थना की. राहुल गांधी महाकालेश्वर मंदिर में लंबे समय तक रहे और एक आम भक्त की तरह महाकाल के दर्शन किए.


ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी पहली बार उज्जैन पूजा करने के लिए आ रहे हैं. इससे पहले भी वो 2010 में यहां आकर पूजा कर चुके हैं. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी भी यहां पूजा करने के लिए आए थे. राहुल गांधी की सोमवार की पूजा यहां इसलिए भी खास है, क्योंकि मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान महाकाल की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.


मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है. इसे लेकर प्रदेश में सरगर्मी बढ़ गई है और राजनेताओं के धार्मिक नगरी उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. महाकाल के दरबार में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के हाजिरी लगाने के करीब साढ़े तीन महीने बाद कांग्रेसी समकक्ष राहुल गांधी सोमवार को भगवान शिव के इस पवित्र स्वरूप के दर्शन के लिये पहुंचे.


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के साथ ही सत्तारूढ़ बीजेपी की मजबूत पकड़ वाले मालवा-निमाड़ अंचल में अपने दो दिवसीय चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करेंगे. प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक वह उज्जैन के साथ ही झाबुआ, इंदौर, धार, खरगोन और महू में भी चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.


बीजेपी शासित राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी लगातार अलग-अलग मंदिरों में दर्शन के लिये पहुंचे रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लगाये गये कुछ पोस्टरों में उन्हें "शिव भक्त" बताया गया है. उज्जैन के बाद राहुल सोमवार को झाबुआ में एक जनसभा करेंगे और फिर शाम में इंदौर में एक रोड शो करेंगे. उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के देश भर में फैले 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल है.


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