भोपालः मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सराकर की ओर से लोगों के लिए एडवाइजरी जारी कर सतर्क रहने को कहा गया है. सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि कोरोना से बचाव को लेकर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं शिवराज सरकार के मंत्री और वहां के विधायकों ने सरकार की ओर से जारी इस एडवाइजरी की हवा निकाल दी है. शिवराज सरकार की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने तो अपने बयानों से सरकार की और किरकिरी करवा दी है. मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि जो वैदिक जीवन जीते है उन्हें मास्क की ज़रूरत नहीं होती. योग और वेदिक जीवन से इम्यूनिटी बढ़ती है जो कोरोना को रोकती है.


मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, ''जो लोग वैदिक जीवन जीते हैं उन्हें मास्क की जरूरत नहीं होती है. योग और वैदिक जीवन से इम्यूनिटी बढ़ता है जो कि कोरोना को दूर रखने में सक्षम है.'' मंत्री उषा ठाकुर यहीं नहीं रुकी एक कदम और आगे बढ़ते हुए उन्होंने यह भी कहा, ''मास्क लगाने से डिपरेशन भी होता है.''


मंत्री उषा ठाकुर के अलावा कई अन्य मंत्रियों और विधायकों ने भी सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी का उल्लंघन करते दिखे. भोपाल में चल रहे विधानसभा सत्र के दौरान बहुत सारे विधायक और मंत्री बिना मास्क पहने नजर आये.


उषा ठाकुर ने कहा कि राज्य में मामले लोगों की लापरवाही के कारण बढ़ रहे हैं. उषा ठाकुर इंदौर विधानसभा सीट से से विधायक हैं. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) राम बाई ने कहा कि मास्क नहीं लगा सकती क्योंकि इससे उबकाई होती है और चक्कर आते हैं.


बता दें कि संक्रमण कम होने के बाद एक बार फिर कुछ राज्यों में कोरोना ने तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है. इनमें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश भी शामिल है. दोनों राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसे कंट्रोल करने के लिए सरकार लगातार प्रयास करती दिखाई दे रही है.


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