भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आज कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी किया. पार्टी ने दावा किया है कि सत्ता में आते ही वह किसानों का कर्ज माफ करेगी और किसानों के लिए बिजली के दाम आधी करेगी. साथ ही कांग्रेस ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता और मोबाइल देने का वादा किया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भोपाल में कहा कि ये कांग्रेस का घोषणापत्र नहीं वचनपत्र है. ये दफ्तर में नहीं सड़कों पर बना है. इसमें महिलाओ युवाओं किसानों और व्यापारियों का ध्यान रखा गया है.


घोषणापत्र जारी करते समय कांग्रेस ने पार्टी की एकजुटता दिखाने की भी भरपूर कोशिश की. इस मौके पर कमलनाथ के अलावा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह और अरुण यादव जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद थे. दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार में अब तक सक्रिय नहीं रहे हैं. पार्टी के कार्यक्रमों में कम ही नजर आते हैं. इसकी बड़ी वजह ज्योतिरादित्य सिंधिया से वर्चस्व की लड़ाई बताई जाती है.


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कमलनाथ ने बीजेपी के घोषणापत्र को जुमलापत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि जनता को 15 वर्ष तक ठगने का जुमलापत्र है. वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रचार प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारी सोच सकारात्मक, प्रगतिशील और एक नये सबेरे की सोच है, पहली बार घोषणापत्र नहीं वचनपत्र और संकल्प पत्र रखा जा रहा है.


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कमलनाथ के प्रमुख वादे-
जन आयोग का गठन कर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ बड़ी लड़ाई लड़ेंगे.
सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 300 से बढ़ाकर 1000 करेंगे.
महिलाओं के स्व सहायता समूह के क़र्ज़ माफ़ करेंगे.
सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 300 से बढ़ाकर 1000 करेंगे.
बच्चियों के विवाह के लिये 51000 ₹ का अनुदान देंगे.
विधान परिषद का गठन करेंगे.
10000 रुपये प्रतिमाह हर परिवार के एक बेरोज़गार युवा को दिया जाएगा.


मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर एक चरण में 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. सूबे में मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबल है. ओपिनियन पोल पर गौर करें तो बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है.


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