रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा की मऊगंज सीट से विधायक प्रदीप पटेल ने किसानों की मांग पूरी न होने पर खुद को एक कमरे में बंद कर भीतर से ताला लगा लिया है. विधायक ने ऐलान किया है कि जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे कमरे से बाहर नहीं निकलेंगे चाहे उनकी जान ही क्यों न चली जाए. विधायक की इस हरकत से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल, विधायक मऊगंज के मिसिरगवां पांती धान खरीदी केंद्र पर पहुंचे थे जहां धान खरीदी न होने के कारण किसान धरने पर बैठे हैं. विधायक ने वहां पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया और कमलनाथ सरकार को खूब कोसा. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही से किसानों की धान नहीं बिक पाई और किसान आत्महत्या की बात कर रहे हैं. इससे अच्छा है कि मैं ही आत्महत्या कर लूं. और फिर उन्होंने ऐलान किया कि वे खुद को खरीदी केंद्र के ही एक कमरे में बंद कर रहे हैं और तब तक बाहर नहीं आएंगे जब तक किसानों की धान नहीं खरीदी जाती. इसके लिए चाहे उनकी जान ही क्यों न चली जाए.
विधायक प्रदीप पटेल के इस ऐलान से प्रशासन हरकत में आया और उन्हें मनाने का दौर शुरू हुआ लेकिन विधायक कहां मानने वाले थे. उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर रखा है. कमरे के बाहर उनके समर्थक भी डेरा जमाए हुए हैं. कुछ दिनों पहले विधायक शासकीय कार्य में बाधा डालने पर चर्चा में आये थे जिस पर उनके खिलाफ मुकदमा भी कायम किया जा चुका है.
इससे पहले विधायक प्रदीप पटेल ने कहा, ''20 जनवरी को धान खरीदी की आखिरी तारीख खत्म हो गयी लेकिन अभी तक 35 हजार बोरे पड़े हुए हैं. सरकार ने दो दिन का समय दिया तो उनका कहीं सर्वर डाउन है तो कहीं बोरे खत्म हैं. अब इसमें किसानों की क्या गलती है. ये सब कमलनाथ सरकार की गलती है.'' उन्होंने कहा, ''मुझसे किसान आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं. तो मैंने यह तय किया है कि किसान क्यों मरें, उनकी जगह मैं ही मर जाता हूं. इसलिए मैं खुद को कमरे में बंद कर रहा हूं और तब तक बाहर नहीं आऊंगा जब तक किसानों की धान नहीं बिक जाती चाहे मेरी मौत ही क्यों न हो जाये.''
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