नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में उपचुनाव को लेकर शह और मात का खेल शुरू हो गया है. चुनाव तारीखों का एलान नहीं हुआ है, लेकिन बीजेपी की तैयारियां जोरों पर हैं. कांग्रेस के कई बागी विधायकों समेत सैकड़ों कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हुए हैं. कोरोना काल के बीच राजनीतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. तो दूसरी तरफ कांग्रेस बीजेपी के इस सदस्यता मिशन पर निशाना साध रही है.


मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए बीजेपी ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. इसी कोशिश में कल बीजेपी ने कांग्रेस में बड़ी सेंध लगाते हुए इसके 200 से ज्यादा कार्यकर्तओं को अपना सदस्य बना लिया. इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा मौजूद थे. बताया जा रहा है कि बीजेपी में शमिल हुए ये लोग कांग्रेस सरकार के उन पूर्व विधायकों और मंत्रियों के करीबी हैं जो कमलनाथ का साथ छोड़कर बीजेपी के पाले में आ चुके हैं.


कोरोना काल में आयोजित बीजेपी के इस सदस्यता अभियान पर विवाद भी हुआ. आरोप लगे कि इसमें नेताओं ने सामाजिक दूरी का ख्याल नहीं रखा. अब कांग्रेस इसी को मुद्दा बनाकर बीजेपी को घेर रही है.


यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए ट्वीट किया, अगर गृह मंत्रालय के सर्कुलर दिनांक 17 मई 2020 के अनुसार सभी राजनैतिक गतिविधियों और बैठकों पर पाबंदी है, तो फिर ये भाजपाइयों की 'जमात' मध्य प्रदेश में किसके 'ब्याह' के लिए एकत्रित हुई है? आदरणीय अमित शाह जी या तो आप स्थिति स्पष्ट कीजिए या उन सभी को गिरफ्तार कीजिए जो इस कार्यक्रम में शामिल हुए.






मध्य प्रदेश के 24 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव की तारीखों का अभी एलान नहीं हुआ है लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों अभी से ही एक दूसरे को शह और मात देने की कोशिश कर रहे हैं. आपको बता दें कि उपचुनाव वाली 24 सीटों में से 23 सीट ऐसी हैं जहां पहले कांग्रेस काबिज थी, कमलनाथ इन सीटों को फिर से जीतकर सत्ता में दोबारा लौटने की कोशिश कर रहे हैं वहीं बीजेपी को बागियों का सहारा है.


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