मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कमलनाथ पर जमकर हल्ला बोला और उनके खिलाफ देशद्रोह एक्ट लगाने की मांग की. महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने आरोप लगाया कि कमलनाथ ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा- मौका अच्छा है, आग लगाओ. ये वही भाषा है जो आतंकी बोलते हैं और बमबारी, आगजनी और हिंसा में संलिप्त रहते हैं. उन्होंने कहा कि यह कृत्य आतंकवाद का है. महेन्द्र सिंह ने कमलानाथ के खिलाफ देशद्रोह एक्ट लगाने की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग की.
इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी द्वारा कोविड-19 महामारी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ लोगों में भय फैलाने के आरोप में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने के एक दिन बाद सोमवार को यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई.
चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ‘‘इंडियन कोरोना’’ वाले बयान के लिये कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की, वहीं दूसरी ओर कमलनाथ ने कहा कि कोई प्राथमिकी उन्हें दबा नहीं सकती है. इससे पहले, रविवार को भोपाल पुलिस की अपराध शाखा ने भाजपा नेताओं की शिकायत पर कमलनाथ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अपनी टिप्पणी के जरिए कोरोना वायरस महामारी को लेकर लोगों में दहशत पैदा कर रहे हैं.
चौहान ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘क्या मैडम सोनिया गांधी कमलनाथ जी के 'इंडियन कोरोना' वाले बयान से सहमत हैं? आग लगाने का विचार कमलनाथ जी का विचार है या आपकी तरफ से निर्देश दिए गए हैं? अगर कमलनाथ जी अपने मन से यह कह रहे हैं तो आप धृतराष्ट्र बन कर तमाशा क्यों देख रही हैं.’’ एक अन्य ट्वीट में चौहान ने कहा, ‘‘कमलनाथ जी पर मैडम सोनिया गांधी कार्रवाई करें और यदि आप उनके विचारों से सहमत हैं तो देश को अवगत कराएं ताकि जनता को पता चल सके कि कांग्रेस पार्टी की सोच क्या है! हमारी सरकार मध्य प्रदेश में जनता की सेवा में लगी रहेगी और हम किसी भी कीमत पर आग नहीं लगने देंगे!’’
चौहान जाहिर तौर पर भाजपा द्वारा प्रसारित कमलनाथ के एक वीडियो का जिक्र कर रहे थे जिसमें किसानों की समस्याओं पर चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री को कथित रूप से एक व्यक्ति से यह आग लगाने का समय है, कहते हुए सुना जा सकता है. हालांकि, कांग्रेस ने इस वीडियो को फर्जी बताया है.
वहीं, दूसरी और कमलनाथ ने सोमवार को मीडिया को बयान जारी किया. उन्होंने इसमें कहा, ‘‘शिवराज सरकार चाहती है कि मैं चुप रहूं, जनता की आवाज़ ना उठाऊं , उनके हक की लड़ाई ना लड़ूं, लेकिन मै चुप नहीं बैठूंगा, जीवन की आख़िरी सांस तक जनता के हित की लड़ाई लड़ता रहूंगा, कोई एफ़आईआर (प्राथमिकी) मुझे दबा नहीं सकती है.’’
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