नई दिल्ली: रिश्वत की रकम को बीएसएनएल के पूर्व अस्थाई कर्मचारी के खाते में जमा करा कर रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई ने भारत संचार निगम लिमिटेड इटारसी होशंगाबाद मध्य प्रदेश में तैनात लेखा अधिकारी को गिरफ्तार किया है. अधिकारी को बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक गाड़ियों को ठेके पर चलाने वाले एक ठेकेदार ने सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को शिकायत की थी कि उसकी गाड़ियां मध्य प्रदेश के इटारसी स्थित बीएसएनएल कार्यालय में लगी हुई है. इन वाहन सेवाओं के बदले उसे साढे 5 लाख रुपए का भुगतान लेना था. उसने जब इस बाबत बीएसएनएल कार्यालय में संपर्क किया तो उससे वहां तैनात लेखा अधिकारी सुबोध मेहरा ने उसे उसके लंबित बिलों पर कार्रवाई करने और उन्हें आगे बढ़ाने के बदले 25 हजार रुपए रिश्वत की मांग की.
आरोप के मुताबिक ठेकेदार ने जब इतनी रकम देने में असमर्थता जाहिर की तो उक्त लेखा अधिकारी ने रिश्वत की रकम घटाकर 20,000 कर दी. दिलचस्प तथ्य यह है कि लेखा अधिकारी सुबोध मेहरा ने रिश्वत की रकम को नगद लेने से साफ तौर पर इंकार कर दिया. उसनें शिकायतकर्ता को एक बैंक खाते का नंबर देते हुए कहा कि वह रिश्वत की रकम खाते में जमा करा दें और उसे बता दें.
सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक, जांच के दौरान यह बैंक खाता बीएसएनएल कार्यालय इटारसी में पूर्व कैजुअल लेबर के तौर पर काम करने वाले व्यक्ति के नाम पर पाया गया. शिकायतकर्ता ने लेखा अधिकारी के निर्देशानुसार रिश्वत की रकम उक्त बैंक खाते में जमा करा दी और इसकी जानकारी लेखा अधिकारी सुबोध को दी. शिकायत के आधार पर सीबीआई में लेखा अधिकारी सुबोध मेहरा को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उसके ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी जारी है. सीबीआई लेखा अधिकारी सुबोध को बुधवार को भोपाल की विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश करेगी.