भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हनुमानजी पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि "हनुमानजी को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए, मुझे हनुमान भक्त होने पर गर्व है." राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर हनुमान चालीसा का सवा करोड़ जाप किए जाने की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "मेरे जीवन में हनुमानजी की विशेष कृपा रही है, मुझे गर्व है कि मैं हनुमान भक्त हूं और गांधीजी मेरे आदर्श हैं."
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को भोपाल से बाहर होने का जिक्र करते हुए कहा, "महात्मा गांधी की पुण्यतिथि और हनुमानजी के कार्यक्रम में न रहूं, यह संभव नहीं था, हनुमानजी को किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए, जैसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को किसी राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए. यही हमें स्वीकारना है, यही हमारा संकल्प हो तो हमने सब कुछ पा लिया."
राजधानी के मिंटो हॉल परिसर में गुरुवार को हनुमान चालीसा का जाप किया गया. यह आयोजन पंडित विजय शंकर मेहता की अगुवाई में हुआ. इस कार्यक्रम का एक धार्मिक चैनल के जरिए लाइव प्रसारण किया गया. पंडित मेहता का दावा है कि उनके लाखों अनुयायी देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हैं, उन्होंने भी एक साथ जाप किया, इस तरह सवा करोड़ लोगों ने जाप किया. यह प्रसारण 56 दश्षों में किया गया.
कमलनाथ सरकार बनाएगी श्रीलंका में मंदिर
इस कार्यक्रम का आयोजन मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से किया गया है. कार्यक्रम के आयोजन से पहले जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने मीडिया से बात भी की थी. यहां पीसी शर्मा ने कहा था कि वह धर्मस्व मंत्री के नाते श्रीलंका गए थे. वहां कमलनाथ सरकार सीता जी का मंदिर बनाने के लिए पैसे देगी.
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