मध्य प्रदेश: सीएम कमलनाथ ने दिया इस्तीफा, बोले-BJP ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की
सीएम कमलनाथ ने कहा कि मैंने हमेशा विकास में विश्वास रखा. प्रदेश की जनता आज पूछ रही है कि कमलनाथ का क्या कसूर है. मुझे जनता ने पूरे पांच सालों के लिए बहुमत दिया था.
भोपाल: मध्य प्रदेश के सियासी संग्राम में आखिर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना इस्तीफा देने की घोषणा की. इस दौरान कमलनाथ ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करने का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि एक तथाकथित महाराज जिन्हें जनता नकार चुकी है और 22 लोभियों ने मिलकर बीजेपी के साथ खेल रच लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की.
जनता के सामने अपनी बात रख सौपा इस्तीफा
प्रेस कांफ्रेंस करने के तुरंत बाद कमलनाथ ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया. इससे पहले कमलनाथ ने कहा, 11 दिसंबर 2018 को पिछली विधानसभा का परिणाम आया, स्पष्ठ था कि कांग्रेस ने ज्यादा सीट हासिल की थी. 17 दिसंबर को मैने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का गठन किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा आज 20 मार्च है पिछले 15 महीनों में मेरा प्रयास रहा कि हम प्रदेश को नई दिशा दें. इस्तीफा देने के पहले कमलनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को सामने रखा. इसमें मुख्य रुप से किसान कर्ज माफी, युवा रोजगार, प्रदेश में निवेश का वातावरण तैयार करने और सस्ती बिजली जैसे बातें मुख्य थीं.
बीजेपी का करोड़ों का खेल जनता ने देखा
सीएम कमलनाथ ने कहा कि किस प्रकार से बीजेपी के द्वारा करोड़ो खर्च कर यह खेल खेला गया पूरा प्रदेश यह देख रहा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि एक महाराज के साथ कुछ लोभी विधायकों ने यह खेल खेला. भावुक होते हुए कमलनाथ ने कहा मेरा क्या कसूर था मेरी क्या गलती थी. कमलनाथ ने कहा जब में केंद्र में था तब मेने प्रदेश की बहुत मदत की. मुझे जनता ने 5 साल का मौका दिया था प्रदेश को नए रास्ते मे लाने के लिए. मेरा क्या कसूर था मैंने हमेशा विकास में विश्वास रखा.
मुझे 15 महीने मिले जिसमें ढाई महीने आचार संहिता में लग गए. बीजेपी वाले मेरे खिलाफ साजिश करते रहे हैं. पहले दिन से ही इन्होंने षड्यंत्र शुरू किया,एक महाराज और 22 लोगों के साथ मिलकर बीजेपी ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की. मैं चाहता था कांग्रेस महल में नहीं,महल कांग्रेस में आये. पूरी प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात हुआ. विश्वास घात मेरे साथ नहीं मध्य प्रदेश की जनता के साथ है. कमलनाथ ने कहा तीन बार हमने अपना बहुमत साबित किया. हमारे काम और उपलब्धियां बीजेपी को रास नहीं आई.
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