मध्य प्रदेश: CM शिवराज बोले- 14 अप्रैल के बाद हॉटस्पॉट वाले जिलों को छोड़कर लॉकडाउन में दी जाएंगी रियायतें
इंदौर में बढ़ी मौतों पर शिवराज ने सफ़ाई देते हुए कहा कि बीमार लोग इतनी देरी से आये कि बचाया नहीं जा सका.मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 532 हो गई है.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पत्रकारों से ऑनलाइन चर्चा की और कहा कि 14 अप्रैल के बाद प्रदेश के हॉटस्पॉट वाले जिलों को छोड़कर लॉकडाउन में रियायतें दी जायेंगी. जिलों की सीमाएं सील ही रहेंगी उनको नहीं खोला जायेगा. प्रदेश के तीस ज़िले अभी कोरोना से बचे हैं. बाकी के बाईस जिलों में अभी 80 फ़ीसदी भोपाल और इंदौर से ही हैं. इंदौर में बढ़ी मौतों पर शिवराज ने सफ़ाई देते हुए कहा कि बीमार लोग इतनी देरी से आये कि बचाया नहीं जा सका.
इससे पहले एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने बड़ा आरोप लगाया है. कमलनाथ ने कहा है कि लॉकडाउन के लिए मेरी सरकार गिरने का इंतजार हो रहा था. उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि प्रदेश में अब तक मंत्रीमंडल क्यों नहीं हैं? पूर्व CM कमलनाथ ने कहा, ''मध्य प्रदेश इकलौती ऐसी जगह है जहां न तो स्वास्थ्य मंत्री है न ही गृह मंत्री. 12मार्च को हमने कोरोना से एहतियातन कॉलेज, मॉल आदि में लॉकडाउन कर दिया था. 16 मार्च, मेरे इस्तीफे के बाद केंद्र सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया था क्योंकि वे मध्य प्रदेश में सरकार गिराने का इंतजार कर रहे थे.''
कमलनाथ ने कहा, ''सिर्फ शहरी इलाकों में टेस्टिंग हो रही है. ग्रामीण इलाकों में कितनी टेस्टिंग हो रही है. मध्य प्रदेश में 10 लाख में से कुछ गिने चुने 20-25 लोगों की ही टेस्टिंग हो रही है. जितना टेस्ट कम करो उतना कम कोरोना, जितने ज्यादा टेस्ट उतना ज्यादा कोरोना.''
बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 532 हो गई है. इसके अलावा जानलेवा वायरस से 36 लोगों की मौत हो गई है. राहत की बात ये ही कि 38 लोगों ने कोरोना के खिलाफ जंग जीत ली है और उन्हें घर भेज दिया गया है. इंदौर में पिछले 24 घंटे में 46 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. वहीं भोपाल में 15 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
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