नई दिल्ली: 14 फरवरी को प्यार के त्योहार 'वेलेंटाइन डे' के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन प्रेमी युगल अपने प्रेम का इजहार करते हैं और प्रेम को लेकर खुशियां मनाते हैं. लेकिन मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा कलेक्टर ने एक आदेश जारी किया है जिस पर विवाद हो सकता है.


कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा, 'बच्चों और युवाओं में माता-पिता के प्रति भूज्यभाव प्रदर्शित करने की जरूरत को देखते हुए आने वाली 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूज्य दिवस के रूप में मनाएं.''


कलेक्टर के आदेश में आगे लिखा है, ''जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों में इस कार्यक्रम को विशेष रूप से मनाया जाए. घर, परिवार, गांव, शहर में इस प्रकार के आयोजन कर इसे सफल बनाने की अपेक्षा की जाती है.'' हालांकि कलेक्टर के आदेश में कहीं भी वेलेंटाइन डे का जिक्र नहीं है. कलेक्टर के आदेश पर अभी किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.


आपको बता दें वैलेंटाइन डे को लेकर विवाद नया नहीं है. कुछ तथाकथित संगठन वेलेंटाइन डे को पश्चिमी संस्कृति का बताते हुए इसका विरोध करते रहे हैं. आपको बता दें वेलेंटाइन डे पर मातृ पितृ पूजन दिवस का आयोजन पहली बार नहीं है. इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार भी इस तरह का आयोजन करवा चुकी है.