मध्य प्रदेश: उपचुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, विधायक राहुल सिंह लोधी बीजेपी में शामिल हुए
मध्य प्रदेश में विधानसभा की सदस्यता छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं की संख्या अब 26 हो गई है. राहुल लोधी ने कहा कि बीजेपी की सरकार में काम तेजी से हुए हैं.
भोपाल: मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले प्रदेश के दमोह विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी रविवार को पार्टी छोड़ कर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया, जो रविवार को मंजूर हो गया.
मध्य प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने बताया कि लोधी आज बीजेपी में शामिल हो गए. इसके साथ ही विधानसभा की सदस्यता छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं की संख्या अब 26 हो गयी है.
प्रदेश विधानसभा के अस्थाई अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने बताया, ‘‘दमोह जिले के दमोह विधानसभा क्षेत्र के विधायक राहुल सिंह लोधी ने विधानसभा की सदस्यता से शुक्रवार को इस्तीफे की पेशकश की थी, मैंने उन्हें अपने इस्तीफे पर दोबारा विचार करने के लिए कहा था. लेकिन कल रात को उन्होंने फिर विशेष रूप से आग्रह किया कि इस्तीफा स्वीकार करें, जिस पर मैंने राहुल सिंह लोधी का आज सुबह इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.’’
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए लोधी ने कहा कि कमलनाथ की तत्कालीन सरकार के दौरान काम नहीं हो रहे थे और बीजेपी सरकार में तेजी से काम हुए हैं. इसलिए बीजेपी में शामिल हो रहा हूं.
गौरतलब है कि इस साल मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल होने की वजह से प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके कारण कमलनाथ ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. फिर 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. इसके बाद कांग्रेस के तीन अन्य विधायक भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए.
लोधी के इस्तीफे के बाद प्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में काग्रेस के 87 विधायक रह गये हैं, जबकि बीजेपी के 107 विधायक हैं और चार निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा का विधायक है. शेष 29 सीटें खाली हैं.
इनमें से तीन नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिनमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में आने से खाली हुए हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस के विधायकों के निधन से और एक सीट बीजेपी विधायक के निधन से रिक्त है.
बीजेपी को बहुमत के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए इस उपचुनाव में मात्र नौ सीट जीतने की जरूरत है, जबकि कांग्रेस को पूरी 28 सीटों की. इनके नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
राहुल गांधी बोले- मोहन भागवत चीन पर सच्चाई जानते हैं, लेकिन सामना करने से डरते हैं