मध्य प्रदेश: दिग्विजय सिंह ने विकास दुबे की गिरफ्तारी को बताया 'प्रायोजित सरेंडर'
उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ उसके दो साथी भी गिरफ्तार किए गए हैं. लेकिन विकास की गिरफ्तारी पर विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर हो गया है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हिस्टीशीटर विकास दुबे के मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए है और कहा है कि विकास का प्रायोजित सरेंडर है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, "यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेंडर लग रहा है. मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है. जय महाकाल."
उन्होंने कहा कि मैं शिवराज जी से विकास दुबे की गिरफ़्तारी या सरेंडर की न्यायिक जांच की मांग करता हूं. इस कुख्यात गेंगस्टर के किस किस नेता व पुलिसकर्मियों से सम्पर्क हैं जांच होनी चाहिए. विकास दुबे को न्यायिक हिरासत में रखते हुए इसकी पुख़्ता सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए ताकि सारे राज़ सामने आ सकें.
विकास दुबे पर पिछले दिनों कानपुर के बिकरु गांव में आठ पुलिस जवानों की हत्या करने का आरोप है. उसके बाद से उत्तरप्रदेश पुलिस लगातार उसकी तलाश में लगी थी. उसने गुरुवार की सुबह उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन किए और उसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं. यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई. अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है.
अखिलेश यादव ने पूछा- गिरफ्तारी या सरेंडर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि खबर आ रही है कि 'कानपुर-काण्ड' का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
विकास दुबे की गिरफ्तारी पर प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल, कहा- 'योगी सरकार फेल, CBI जांच हो'