I.N.D.I.A. News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (एसपी) के बीच गठबंधन की उम्मीदें रविवार (16 अक्टूबर) को खत्म हो गईं. इसकी वजह ये रही कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश समेत तीन राज्यों के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. दरअसल, समाजवादी पार्टी ने एमपी की जिन सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, उसमें से चार पर कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों भी उतार दिए हैं. सपा ने भी फिर नौ और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया.
कांग्रेस और सपा दोनों ने जिन चार सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, वे चितरंगी, मेहगांव, भांडेर और राजनगर हैं. पिछली बार कांग्रेस को चितरंगी छोड़कर बाकी की तीन सीटों पर जीत मिली थी. भोपाल और लखनऊ में सपा का नेतृत्व इस बात की भी नाराज है कि कांग्रेस ने छतरपुर जिले के बिजावर से भी उम्मीदवार उतार दिया है, जबकि 2018 चुनाव में सपा को यहां से जीत मिली थी. हालांकि, अभी तक सपा ने इस सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है.
एमपी के सपा नेताओं ने क्या कहा?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के सपा चीफ रामायण सिंह पटेल ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन की सभी संभावनाएं खत्म हो गई हैं. हमारी कांग्रेस नेतृत्व से थोड़ी बहुत बात हुई थी, लेकिन ये सब रविवार को खत्म हो गया. हम सीटों पर खुद ही मुकाबला करेंगे और अगले साल चुनावों में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले एक वरिष्ठ नेता ने भी कांग्रेस को लेकर कुछ ऐसा ही कहा है और अपनी नाराजगी जताई.
अखिलेश के करीबी सपा नेता ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस बीजेपी को हराने के लिए इच्छुक नहीं है. उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत की, मगर वे बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन बनाने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं. ऐसा लगता है कि उनका मकसद बीजेपी को नहीं बल्कि सपा को हराना है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए होगा, मगर मध्य प्रदेश में हम अकेले चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस नेतृत्व से बातचीत हुई थी और हमने उन्हें बताया कि हम 10 सीटें चाहते हैं. लेकिन उन्होंने कम सीटों की पेशकश की. फिर उन्होंने अचानक से हमें बिना बताए बिना इतने सारे उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. गठबंधन इस तरह काम नहीं करता.
कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी सपा?
समाजवादी पार्टी के नेता ने बताया कि सपा मध्य प्रदेश में 30 से 35 सीटों पर उम्मीदवारों को उतारने वाली है. उन्होंने बताया कि सपा नेतृत्व के भीतर सबसे ज्यादा नाराजगी बिजावर सीट को लेकर है, जहां से कांग्रेस ने चरण सिंह यादव को टिकट दिया है. बिजावर से पिछले चुनाव में जीतने वाली सपा की नाराजगी इसलिए है, क्योंकि चरण सिंह दीप नारायण यादव के भतीजे हैं. दीप नारायण बुंदेलखंड क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं.
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