Madhya Pradesh Election: मध्यप्रदेश में चुनाव के साल में दोनों पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस वोटरों को लुभाने के लिए लगातार वादे कर रही हैं. इनमें महिलाओं और युवाओं के पैसों से लेकर फ्री बिजली और सस्ते गैस सिलेंडर वाले भी शामिल हैं. इन वादे और घोषणाओं में दोनों पार्टियां पीछे नहीं हैं, मगर एक दूसरे के दावों को झूठा साबित करने में भी दोनों र्पाटयां आगे हैं. हाल में ही कांग्रेस नेता कमलनाथ ने 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट हाफ का नारा दिया है. जिसके बाद अभी से राज्य में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है.


मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने धार के बदनावर में बिजली मुफत देने का वादा कर मध्यप्रदेश के ठंडे पड़े चुनावी माहौल में गर्मी लाने का काम किया है. इससे पहले वाले चुनाव में कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने का जो वादा किया था, उसने चुनाव को कांग्रेस के पक्ष में कर दिया था. वहीं, कमलनाथ के वादे पर बीजेपी पलटवार भी कर है. कमलनाथ के वादों को झूठा बताने में मंत्री कमल पटेल आगे हैं.


कमलनाथ का घोषणा पत्र
   
मध्य प्रदेश में चुनाव पांच महीने बाद नवंबर के आखिरी हफ्ते में होने है, मगर कांग्रेस नेता कमलनाथ के चुनावी वायदों की एक्सप्रेस चल पडी है. घोषणापत्र अभी आया नहीं है मगर कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के लोगों से सत्ता में आने पर कई तरह के प्रलोभन दिए जाने लगे हैं:- 



  1.  ओल्ड पेशन स्कीम को लागू करना.

  2. सभी वर्ग की महिलाओं को 500 रुपये में गैस सिलेंडर.

  3.  नारी सम्मान योजना में हर महिला को डेढ़ हजार रुपये महीना देना.

  4.  100 यूनिट मुफ्त बिजली देना. 


कांग्रेस का मानना है कि ये चुनाव जीतने वाले वादे साबित होंगे क्योंकि बीजेपी ने महंगाई बहुत बढ़ा दी है. उधर घोषणा करने में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी पीछे नहीं है. वो रोज भोपाल के बाहर सभाएं कर रहे हैं. अलग-अलग समाजों की बैठकों में जा रहे हैं और उन समाज के नेताओं की मर्जी की घोषणाएं कर रहे है. 


फिलहाल, इन दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान 'लाडली बहना' योजना और 'युवा सीखो कमाओ' योजना के प्रचार में लगे हैं. अब चुनाव की तारीखों तक वोटरों के लिये दोनों पार्टियों की घोषणाएं चलती रहेंगी. बिना इस बात की परवाह किये कि ये वायदे पूरे कैसे होंगे. 


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