Madhya Pradesh Election: देर रात जेपी नड्डा के आवास पर चली मीटिंग, मध्य प्रदेश की उन सीटों पर हुई बात, जहां मिली थी बीजेपी को हार
MP BJP List 2023: मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर बीजेपी जल्द उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है. राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने मध्य प्रदेश के कोर ग्रुप के साथ उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट पर मंथन किया.
Madhya Pradesh Elections 2023: मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां तैयारी में लगी हुई है. इस बीच चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार (11 सितंबर) देर रात अपने आवास पर मध्य प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक बुलाई. इसमें प्रदेश की करीब 40 विधानसभा सीटों की उम्मीदवारी पर चर्चा हुई. ये वे सीटे हैं जिन्हें B कैटेगरी में रखा गया है क्योंकि पिछले चुनाव में इन सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी.
अब 13 सितंबर (बुधवार) को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है जिसमें उम्मीदवारों की नाम पर मुहर लगेगी. इससे पहले जेपी नड्डा के घर पर हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव शामिल थे. बैठक के बाद ये सारे नेता मुख्यमंत्री चौहान के साथ स्टेट प्लेन से भोपाल के लिए रवाना हुए हैं.
39 उम्मीदवारों की लिस्ट पहले हो चुकी है जारी
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की लिस्ट पहले ही जारी कर दी है. 13 सितंबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में दूसरी सूची जारी की जा सकती है. इस साल नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी इसके लिए कमर कसकर मैदान में उतर चुकी है. कांग्रेस ने भी प्रदेश में सत्ता हथियाना के लिए पूरी ताकत झोक दी है.
इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले दो दशक से भाजपा शासन वाले इस राज्य में पार्टी को एक और बार बड़ी जीत दिलाने के लिए कमान खुद संभाल रहे हैं. उन्होंने बीते 20 अगस्त को मध्य प्रदेश का दौरा भी किया था और गरीब कल्याण महा अभियान के तहत शिवराज सरकार की 20 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां का रिपोर्ट कार्ड पेश किया था. एक बार फिर अगर प्रदेश में बीजेपी की जीत होती है और शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह देश में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले शख्सियत बन जाएंगे. इसीलिए 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में एक बार फिर सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा कोई कोर कसर बाकी रखना नहीं चाहती.
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