मध्य प्रदेश में फिर गरमाया हनी ट्रैप केस, पूर्व सीएम कमलनाथ बोले- असली सीडी मेरे पास है अगर...
हनी ट्रैप का मामला 2019 का है जब कुछ महिलाओं ने प्रदेश के कुछ राजनेताओं और अफसरों को अपने जाल में घेरकर सीडी बनाई और उनसे पैसे ऐंठे. महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद से इंदौर की कोर्ट में मामले पर सुनवाई चल रही है.
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में दो साल पहले हंगामा खड़ा करने वाला हनी ट्रैप का मामला फिर गरमाया गया है. इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ये कहकर प्रदेश की राजनीति में बवाल मचा दिया है कि हनी ट्रैप की असली सीडी मेरे पास है. यदि कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के मामले में राजनीतिक बदले की कार्रवाई की गई तो कांग्रेस चुप नहीं रहेगी. दो साल पहले उठे इस सीडी कांड में आरोप है कि नेता और अफसरों की महिलाओं के साथ की रंगरेलियां मनाती वीडियो हैं, जिस पर कोर्ट की सुनवाई हो रही है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इन दिनों अलग ही मूड में हैं. भोपाल में आज पत्रकारों के साथ हुई पत्रकार वार्ता में कमलनाथ ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि दो साल पहले हुए हनी ट्रैप की सीडी उनके पास है, जो पुलिस ने उनको दी थी. नेता प्रतिपक्ष का ये कहने का संदर्भ विधायक उमंग सिंघार का मामला है, जिसमें पुलिस ने उनके घर पर आत्महत्या करने वाली महिला के मामले में आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया है. इससे पूरी कांग्रेस और कमलनाथ तिलमिलाई हुई है.
दरअसल हनी ट्रैप का मामला 2019 का है जब कुछ महिलाओं ने प्रदेश के कुछ राजनेताओं और अफसरों को अपने जाल में घेरकर सीडी बनाई और उनसे पैसे ऐंठे. महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद से इंदौर की कोर्ट में मामले पर सुनवाई चल रही है. मगर बहुत नेता मंत्री और अफसरों के काले कारनामे इस सीडी में हैं, जिसे हनी टेप कहा गया. अब बीजेपी कमलनाथ के इस बयान पर उनको घेर रही है और कह रही है कि कमलनाथ अब सरकार को ब्लैकमेल क्यों कर रहे हैं जो, करना था अपने कार्यकाल में करते. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा की कमलनाथ का ये बयान दुर्भग्यपूर्ण है और ऐसा लगता है कि वो ये बयान देकर सरकार को ब्लैकमेल करना चाहते हैं.
दो साल पुराने मामले को उछाल कर कमलनाथ ने सोचा था कि उनको फायदा होगा मगर दांव अब उल्टा पड़ गया है. बीजेपी ने उन पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया और संवैधानिक तरीके से मामले दर्ज कराने की कवायद शुरू कर दी है. इससे कांग्रेस अब बचाव की मुद्रा में आ गयी है.
ये पूरा मामला उमंग सिंघार के प्रकरण से शुरू हुआ है, जिसमें उनके घर में उनकी महिला मित्र की खुदकुशी के बाद उन पर आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. कमलनाथ और पूरी कांग्रेस अपने विधायक का साथ दे रही है, ये कहकर कि लड़की के परिजन ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जिससे उमंग पर मामला दर्ज हो. ये राजनीति से प्रेरित केस है, जिसे वापस लेना चाहिये.
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