सीहोर: मध्य प्रदेश के सीहोर में आज कर्ज से परेशान होकर एक किसान ने खुदकुशी कर ली है. जिले के रेहटी तहसील में आने वाले गांव जाजना के किसान ने छह लाख रुपए के कर्ज से तंग आकर जहर खाकर मौत को गले लगा लिया.


अब व्यापारियों ने बढ़ाई शिवराज की मुश्किलें, समर्थन मूल्य पर उपज खरीदने से किया इनकार


जानकारी के मुताबिक, गांव जाजना के रहने वाले 55 सला के दुलचंद ने सोमवार को अपने ही घर में कीटनाशक पी लिया. मृतक के बेटे शेर सिंह ने बताया घर पर कोई नहीं था, जब उन्होंने जहर पिया. जिसके बाद उन्हें रेहटी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.


अब राजस्थान में सुलगा किसान आंदोलन, बूंदी में किसानों का कलेक्ट्रेट पर हंगामा


मृतक के बेटे शेर सिंह ने बताया कि उसके पिता पर चार लाख रुपए बैंक और दो लाख रुपए अन्य का कर्ज था. इसके कारण वह काफी दिनों से परेशान थे. कर्ज से परेशान होकर आज उन्होंने मौत को गले लगा लिया. मामले में कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने बोलने को तैयार नहीं है.


रायसेन में भी किसान ने की थी खुदकुशी


मध्य प्रदेश में अबतक दो किसानों की तरफ से खुदकुशी करने की खबर सामने आई है. रायसेन जिले में पिछले हफ्ते कर्ज में डूबे एक किसान ने भी जहर खाकर जान दे दी है. बताया जा रहा है कि इस किसान पर करीब दस लाख रुपए का कर्ज था औऱ वह पिछले काफी दिनों से परेशान था.


जानना जरुरी है-


मध्य प्रदेश में किसानों पर 74 हजार करोड़ कर्ज बकाया है. इस हिसाब से हर किसान परिवार पर 32,100 रुपए का कर्ज है. तो वहीं मध्य प्रदेश सरकार पर 1.11 लाख करोड़ कर्ज है. प्रदेश में हर व्यक्ति पर औसतन 13,853 रुपए का कर्ज है. वहीं किसान की औसत मासिक आय 6,210 रुपए है. प्रदेश में देश के कुल अनाज का 10% उत्पादन होता है. अनाज उत्पादन के लिए मध्य प्रदेश को चार बार कृषि कर्मण सम्मान दिया जा चुका है. राज्य की जीडीपी में कृषि क्षेत्र का एक तिहाई योगदान है.