भोपाल: एमपी में कर्जमाफी की मांग पर किसानों का आंदोलन गर्म है. लेकिन एमपी के सीएम शिवराज सिंह को राज्य में ये कोई मुद्दा ही नहीं लगता. शिवराज ने एबीपी न्यूज के कर्जमाफी और आत्महत्याओं को लेकर पूछे गए तीखे सवालों का जवाब देते हुए ये बयान दिया है.
MP: मंदसौर पहुंचे शिवराज से बोलीं पीड़ित किसान की पत्नी- 'मेरा पति लौटा दो'
एमपी में किसान आदंलोन के बाद किसानों की आत्महत्याएं थम नहीं रही है. शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में तीन किसानों की खुदकुशी के बाद कल राज्य में फिर दो किसानों ने आत्महत्या कर ली. बावजूद शिवराज समझने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं. उनका कहना है कि खुदकुशी के कई और कारण भी हो सकते हैं.
बालाघाट जिले के किसान रमेश बसेने ने डेढ़ लाख का कर्ज न चुका पाने पर जान दे दी तो बड़वानी जिले के किसान शोमला ने एक लाख का सरकारी और दो लाख का एक साहूकार का कर्ज न चुका ने पर जान दे दी. एमपी में कर्ज के बोझ में दबे सात किसान आठ जून के बाद खुदकुशी कर चुके हैं. लेकिन शिवराज को इसका कुछ और कारण दिख रहा है.
भोपाल में 72 घंटे के अनशन पर बैठे कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार में किसानों को लेकर कथनी और करनी में भेद है.
कर्जमाफी एमपी के पड़ोसी राज्य यूपी और महाराष्ट्र में बीजेपी को मुद्दा लगता है लेकिन शिवराज को एमपी में ये प्रभावी मुद्दा नहीं दिखता. मंदसौर के दौरे में जिस तरह किसानों को बिना कोई ठोस आश्वासन दिए और अपनी सरकार का गुणगान करके शिवराज चले गए, उससे किसानों में भारी नाराजगी है.
कल मृतक किसानों के परिवार से मिले थे शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कल हिंसा प्रभावित मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान एक मृतक किसान की पत्नी के सवाल ने शिवराज को खामोश कर दिया. पति खो चुकी पत्नी ने कहा, “सीएम साहब आंसू तो पोछ नहीं पाए, मेरा पति वापस लौटा दें? मुझे मेरा पति चाहिए.” सीएम शिवराज ने इस दौरान मृतक किसानों के परिवार वालों को एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे के कागजात भी सौंप दिए.