मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों के आंदोलन पर पुलिस की फायरिंग के बाद हालात बिगड़ गए हैं. प्रशासन ने बेकाबू होते हालात को नियंत्रण करने के लिए मंदसौर में कर्फ्यू लगा दिया है. पुलिस की फायरिंग में तीन किसानों की मौत हो गई है. फायिरंग की घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलायी औऱ मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं.


मंदसौर के पार्श्वनाथ में किसान फसल की सही कीमत की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.


मध्य प्रदेश के मंदसौर, रतलाम और उज्जैन में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. इस मामले में राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने कल प्रदेश बंद का एलान किया है.


पुलिस की फायरिंग


पुलिस फायरिंग में तीन किसानों की मौत की न्यायिक जांच के आदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दे दिए हैं. दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सीआरपीएफ की तरफ से गोली चलाई गई . इस फायरिंग में तीन किसान जख्मी भी हैं.


क्यों आई ये नौबत


दरअसल पार्श्वनाथ में चल रहे किसान आंदोलन के प्रदर्शन के दौरान तोड़ फोड़ औऱ आगजनी शुरू हो गयी. किसानों के प्रदर्शनकारी गुट ने करीब 10 ट्रक औऱ दो मोटरसाईकल में आग लगा दी. मौके पर पहुंची सीआरपीएफ की टीम ने मोर्चा संभाला. दोनों पक्षों में आपसी पथराव के बाद सीआरपीएफ औऱ पुलिस ने गोलीबारी की जिसमें किसान मारे गए.


कांग्रेस का कदम


मध्य प्रदेश कांग्रेस ने गोलीकांड की जांच के लिए विधायकों की एक कमेटी गठित की है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह कल मंदसौर का दौरा करेंगे. 




पांच बार लगातार केंद्र सरकार से कृषि कर्मण अवार्ड हासिल करने वाले मध्य प्रदेश में दो जून से किसान आंदोलन कर रहे हैं. राज्य के मंदसौर में आंदोलनकारी किसान और व्यापारी के बीच झड़प हो गई. किसान कर्ज माफी के साथ साथ अपने फसल के सही मूल्य की मांग कर रहे हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को मनाने के कई ऐलान किए, सवाल है कि सरकार के एलान के बावजूद अन्नदता संतुष्ट क्यों नहीं हैं, आखिर सरकार उनकी मांग क्यों नहीं सुन पा रही है.