मध्य प्रदेश: शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल से की मुलाकात, तत्काल फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्यपाल से मुलाकात की और फ्लोर टेस्ट की मांग की.
भोपाल: मध्य प्रदेश में बीजेपी ने राज्यपाल से तत्काल फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है. बीजेपी का दावा है कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गयी है. पार्टी की ओर से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने राजभवन पहुंचे.
राज्यपाल से मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई है. इस सरकार को कोई भी फैसला करने का अधिकार नहीं है. 16 तारीख से बजट सत्र होना है उसके पहले सरकार को फ्लोर टेस्ट देना होगा. वहीं बेंगलुरु में मौजूद 22 विधायकों के वापस आने को लेकर शिवराज ने कहा कि इसकी मुझे जानकारी नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि अल्पमत की सरकार बजट पेश नहीं कर सकती और न ही राज्यपाल का अभिभाषण करा सकती है. कांग्रेस संवैधानिक संकट खड़ा करने की कोशिश कर रही है. विधायक अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहें और केंद्र की सुरक्षा मांग रहे हैं, हमने उन्हें सुरक्षा देने की मांग भी राज्यपाल से की है.
इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार सुबह राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करने पहुंचे थे. उन्होंने 3 पन्नों का पत्र राज्यपाल को सौंपा था जिसमें बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए गए थे. वहीं उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा की मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं.
बता दें कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए थे. सिंधिया के खेमे में 22 विधायक हैं और इन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और इसमें से ज्यादातर बेंगलुरु में ठहरे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि इन विधायकों को बंधक बनाया गया है.
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