कल नहीं होगा कमलनाथ सरकार का विश्वास मत परीक्षण, सिंधिया खेमे के 16 विधायकों ने दोबारा भेजा इस्तीफा
मध्य प्रदेश में कल फ्लोर टेस्ट की संभावना नहीं है. विधानसभा की कार्यवाही की कार्यसूची आई है जिसमें विश्वास मत परीक्षण का जिक्र नहीं है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में कल कमलनाथ सरकार का विश्वास मत परीक्षण (ट्रस्ट वोट) नहीं होगा. विधानसभा कार्यवाही की कार्यसूची आई है. इसके अनुसार सोमवार सुबह 11 बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा. इससे पहले दिन में विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कहा था कि विश्वास मत का परीक्षण का फैसला कल (सोमवार) सदन में ही लिया जायेगा.
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार संकट में दिख रही है और इसी के मद्देनजर कल फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग कर रही है.
यही नहीं राज्यपाल ने भी शनिवार रात को निर्देश दिया कि मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च की सुबह 11 बजे प्रारंभ होगा और राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा. राज्यपाल के इस निर्देश पर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राजभवन का काम संदेश देना है, निर्देश नहीं.
विधानसभा सत्र के अहम होने के चलते कांग्रेस ने अपने विधायक जयपुर से आज वापस भोपाल बुला लिए हैं जबकि बीजेपी के विधायकों के देर रात को गुरुग्राम से भोपाल लौटने की संभावना है.
सिंधिया खेमे के 16 विधायकों ने फिर भेजा अध्यक्ष को इस्तीफा बेंगलुरु में ठहरे सिंधिया खेमे के मध्यप्रदेश कांग्रेस के 16 बागी विधायकों ने आज विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र फिर से भेजा है. इसमें कहा गया है कि जिस प्रकार शनिवार को इनके छह विधायक साथियों के त्यागपत्र मंजूर किए गए हैं, उसी प्रकार ये इस्तीफे भी मंजूर किए जाएं. 16 विधायकों ने 15 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को त्यागपत्र लिखा.
मालूम हो कि इससे पहले प्रजापति ने छह विधायकों के त्यागपत्र शनिवार शाम को मंजूर कर लिए थे. कांग्रेस से बागी हो ये 22 विधायक पहले ही अपने त्यागपत्र दे चुके हैं लेकिन फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष ने 16 विधायकों के त्यागपत्र पर कोई निर्णय नहीं लिया है.
विधानसभा अध्यक्ष को 15 मार्च को लिखे 16 विधायकों के त्यागपत्र की भाषा एक जैसी ही है. सिंधिया के करीबी पंकज चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे स्वीकार करने का अनुरोध किया है. विधायकों ने इन त्यागपत्रों को मेल और अन्य माध्यमों से स्पीकार को भेजा है.’’
मालूम हो कि कांग्रेस द्वारा उपेक्षा किये जाने से परेशान होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गये.
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