मध्य प्रदेश: सरकार पर संकट जारी, अब बेंगलुरु भेजे गए कांग्रेस विधायक, BJP बोली- यह आंतरिक कलह
कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह डंग, रघुराज सिंह कंसाना और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बेंगलुरु भेजे गए हैं.मध्यप्रदेश में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस के सभी आरोप खारिज कर दिए हैं.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच विधायकों की खींचतान का मिड नाइट शो गुरुग्राम के मानेसर के ITC रिजॉर्ट में देखने मिला. मंगलवार रात में गुरुग्राम के ITC रिजॉर्ट में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह कांग्रेस विधायकों को लेने पहुंचे. तस्वीरों में दिखा कि पटवारी और जयवर्धन विधायकों को लेकर होटल के बाहर निकल रहे हैं. इस बीच विधयकों और वहां मौजूद लोगों में बहस भी हुई.
इसके बाद मध्य प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह गुरुग्राम के मानेसर में ITC रिज़ॉर्ट से रवाना हुए. उनके साथ बीएसपी से निलंबित विधायक रमाबाई भी थी. लेकिन अब खबर है कि कांग्रेस खेमे के चार विधायकों को बेंगलुरु भेज दिया गया है.
#WATCH Haryana: Madhya Pradesh Ministers&Congress leaders Jitu Patwari&Jaivardhan Singh leave from ITC Resort in Gurugram's Manesar,taking suspended BSP MLA Ramabai with them.8 MLAs from MP are reportedly being held against their will by BJP at the hotel,Ramabai being one of them pic.twitter.com/VUivVHsaA4
— ANI (@ANI) March 3, 2020
मध्य प्रदेश का सियासी समीकरण समझिए
मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं. दो सीटें इस वक्त खाली हैं. इसलिए विधानसभा में मौजूदा कुल 228 सीटें हैं. 228 सीटों वाली एमपी विधानसभा में 115 सीट पर बहुमत है. बीजेपी के पास 107 विधायक हैं. दो विधायक बागी हो गए इसलिए बीजेपी के पास मौजूदा वक्त में 105 विधायक हैं. कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं. और 7 अन्य विधायकों को मिलाकर कांग्रेस के पास कुल 121 विधायक हैं.
अब समझिए बीजेपी का गणित
मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह डंग, रघुराज सिंह कंसाना और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बेंगलुरु भेजे गए हैं. माना जा रहा है कि ये विधायक बीजेपी के साथ हैं.
मध्य प्रदेश में सियासी उथल पुथल के पीछे का मकसद
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं. एक-एक सीट पर तो कांग्रेस और बीजेपी आसानी से जीत दर्ज कर सकती हैं. लेकिन तीसरी सीट को लेकर पेंच फंस रहा है. इसलिए मध्य प्रदेश में राज्यसभा की दो सीटें जीतने की कोशिश कोशिश दोनों पार्टियां कर रही हैं. बीजेपी कांग्रेस विधायकों से क्रॉस वोटिंग कराने की कोशिश में है. जिससे राज्यसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को असहज किया जा सके.
बीजेपी ने खारिज किए कांग्रेस के आरोप
मध्यप्रदेश में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस के सभी आरोप खारिज कर दिए हैं. वीडी शर्मा का कहना है कि बीजेपी का इससे कोई लेना देना नहीं है ये कांग्रेस की अंतर्कलह है.
दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को बीजेपी पर लगाया था आरोप
बता दें कि मंगलवार को सुबह ही कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि बीजेपी मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराना चाहती है. दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि बीजेपी पैसे देकर विधायकों को खरीदना चाहती है. दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा 25-35 करोड़ रुपये देकर कांग्रेस के विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बारे में खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है. कमलनाथ ने यह भी कहा कि उन्होंने तो अपने विधायकों से कहा है कि अगर फ्री में पैसा मिलता है तो ले लो. बता दें, पिछले साल जुलाई में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने राज्य विधानसभा में कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए कहा था, 'ऊपर से आदेश है. तुम्हारी सरकार नहीं बचेगी.'
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