बागी कांग्रेसी विधायकों को मनाएंगे सज्जन वर्मा, दिल्ली भेजे गए BJP के 106 MLA, पढ़ें- सियासी उठा-पटक की पूरी कहानी
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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक रविवार की शाम कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात बीजेपी के बड़े नेताओं से हुई है. इस मुलाकात में सिंधिया को राज्यसभा भेजने के फॉर्मूले पर सहमति बनी है. अब सवाल ये है कि क्या सिंधिया का कांग्रेस से मोहभंग हो चुका है? कांग्रेस लगातार बीजेपी पर सरकार को गिराने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने का आरोप लगा रही है. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश में सियासी रूप से जो कुछ भी हो रहा है उसके पीछे की वजह राज्यसभा चुनाव है. कांग्रेस और बीजेपी के लिए ये साख का विषय बन गया है.
इसके अलावा कमलनाथ सरकार के खिलाफ बड़ी बगावत भी हो गई है. कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत 17 विधायक बागी होकर बेंगलुरु पहुंच गए हैं. दो मंत्री पहले से बेंगलुरू में मौजूद थे. इन विधायकों को तीन चार्टर प्लेन की मदद से दिल्ली से बेंगलुरु ले जाया गया. कमलनाथ सरकार के जिन मंत्रियों को बेंगलुरु ले जाया गया है वह है प्रधुम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत, प्रभुराम चौधरी,इमारती देवी, महेंद्र सिसोदिया. यह सभी मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के माने जाते हैं. इसके अलावा जो विधायक बेंगलुरु में हैं उनके नाम हैं. राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, गिरिराज दंडोतिया, बिजेंद्र यादव, जसपाल जज्जी, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव, जसवंत जाटव, रक्षा सिरोनिया, मुन्ना लाल गोयल, सुरेश धाकड़, रघुराज कसाना, हरदीप सिंह डंग. इन विधायकों में से हरदीप सिंह डंग तो अपना इस्तीफा भी विधानसभा अध्यक्ष को भेज चुके हैं. माना जा रहा है कि 16 मार्च से शुरू होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन ही बीजेपी कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी और इन विधायकों की मदद से अविश्वास प्रस्ताव को पास करवाकर कमलनाथ सरकार को गिरा दिया जाएगा.