भोपाल: लॉकडाउन तीन लागू करने के बाद सरकार ने प्रवासी मजदूरों को घर भेजने का काम शुरू कर दिया है. अलग-अलग राज्यों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. लेकिन इसी बीच सबसे बड़ा सवाल कि मजदूरों से क्या इस यात्रा के लिए पैसे लिए जा रहे हैं.


एबीपी न्यूज़ लगातार इस सावल को उठा रहा था और अब एबीपी न्यूज़ के खबर का असर हुआ है. मध्य प्रदेश सरकार ने अब ऐलान किया है कि घर लौट रहे राज्य के मजदूरों का ट्रेन किराया एमपी सरकार देगी.


बता दें कि शिवराज सिंह चौहान की मध्यप्रदेश सरकार के इस फैसले से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी यही फैसला किया. उन्होंने भी कहा कि बिहार लौट रहे राज्य के सभी मजदूरों का किराया राज्य सरकार देगी.


बिहार की नीतीश सरकार ने एलान किया है कि वो सभी यात्रियों को टिकट के अलावा पांच सौ रुपये भी देगी. इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि राष्ट्रीय जनता दल शुरुआती तौर पर बिहार सरकार को अपनी तरफ़ से 50 ट्रेनों का किराया देने को तैयार है.


गौरतलब है कि जिस तरह लगातार दूसरे राज्यों से मजदूरों, छात्रों और फंसे हुए लोगों को राज्य वापस बुलाने का फैसला लिया गया उसे देखते हुए बिहार सरकार ने राज्य में लॉकडाउन के नियम को और कड़ाई से लागू किया है. बिहार में पटना समेत 5 जिले रेड जोन में हैं. बाकी के 33 जिले ऑरेंज जोन में होंगे. भारत सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक इन इलाकों में छूट दी जाएगी.