(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले -हम घर में घुस के मारेंगे जिस घर से अफजल निकलेगा
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार यह बात कह चुकी है कि ना तो मंडिया बंद की जाएंगी और ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य बंद किया जाएगा. लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग आंदोलन को हवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि टुकड़े टुकड़े गैंग संभावनाओं पर आंदोलन कर देती है. किसान आंदोलन भी ऐसी ही गैंग करवा रही हैं.
जबलपुर: हम घर में घुस के मारेंगे जिस घर से अफजल निकलेगा.यह कहना है मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का.जबलपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा जिस तरह से सीएए और एन आर सी को लेकर देश में आंदोलन किया जा रहा था कुछ वैसे ही किसान आंदोलन भी किया जा रहा है.
सोशल मीडिया के जरिए संभावनाओं पर भ्रम फैलाकर देश के टुकड़े टुकड़े गैंग ने एक माहौल बनाया और देश में सीएए के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया.ठीक वैसे ही देश में नए कृषि कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
टुकड़े टुकड़े गैंग संभावनाओं पर आंदोलन कर देती है
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार यह बात कह चुकी है कि ना तो मंडिया बंद की जाएंगी और ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य बंद किया जाएगा. लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग आंदोलन को हवा दे रहे हैं. गृह मंत्री ने कहा यह देश का दुर्भाग्य है. टुकड़े टुकड़े गैंग संभावनाओं पर आंदोलन कर देती है. किसान आंदोलन भी ऐसी ही गैंग करवा रही हैं. गृह मंत्री ने साफ और स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो लोग यह नारा लगा रहे थे कि तुम कितने अफजल मारोगे हर घर से अफजल निकलेगा.गृह मंत्री ने कहा कि हम उस घर में घुस कर मारेंगे जिस घर से अफजल निकलेगा.
हवाला जांच की आंच कमलनाथ के दामन तक भी जरूर पहुंचेगी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा की मुख्यमंत्री कमलनाथ सबसे भ्रष्ट मंत्रियों में से एक रहे हैं. लिहाजा हवाला जांच की आंच कमलनाथ के दामन तक भी जरूर पहुंचेगी.
कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ी
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. चुनाव आयोग ने 2019 के चुनावों के दौरान कमलनाथ के क़रीबियों के यहां पड़े आयकर के छापों के आधार पर तैयार की गई केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की रिपोर्ट के आधार पर संदिग्ध लोंगों के ख़िलाफ़ मामले दर्ज करने को कहा है. इस रिपार्ट को आयोग ने को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और सरकार को भी भेजा है. इस रिपोर्ट में तीन आईपीएस अधिकारी और एक राज्य सेवा के पुलिस अधिकारी के नाम हैं.केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) से मिली रिपोर्ट के बाद आयोग ने यह आदेश जारी किया है. मध्य प्रदेश में आम चुनाव 2019 के दौरान बेहिसाब नकदी के बड़े स्तर पर इस्तेमाल की जानकारी आयोग को मिली है, जो कि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 132 के तहत आयकर नियमों के खिलाफ है. आयोग के सूत्रों के मुताबिक, कमलनाथ के जिन खास तीन अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश है उनमें सुषोवन बनर्जी, संजय माने और वी मधु कुमार का नाम शामिल है.
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