भोपालः मध्य प्रदेश की आंगनबाड़ियों में बच्चों के लिए सरकार एक बार फिर पोषक तत्वों में अंडा परोसेगी. कुपोपण दूर करने के लिये सरकार आदिवासी इलाकों से इस कदम की शुरुआत करेगी. विपक्षी दल बीजेपी राज्य सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है. बीजेपी का कहना है कि सरकार इस पर दोबारा विचार करे. महिला और बाल विकास मंत्रालय ने आंगनबाडियों में अंडे खिलाने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है.
शुरुआती तौर पर इसे आदिवासी इलाकों के आंगनबाड़ियों में इस योजना की शुरुआत होगी. उसके बाद परिणाम आने के बाद इसे बाकी की आंगनबाड़ियों में भी बांटने की योजना पर विचार किया जाएगा. महिला एवं बाल विकास मंत्री इसे कुपोपण दूर करने की दिशा में उठाया गया बडा कदम मान रही हैं.
आंगनबाड़ियों में बच्चों को पोपण आहार तो दिया जा रहा है मगर उसमें अंडा जोडने की पहल पहले भी हो चुकी है. जब बच्चों में मांसाहार को बढावा देने की बात कर विरोध हुआ तो पुरानी सरकारों ने कदम खींच लिये थे. अब बीजेपी इस पहल के विरोध में खड़ी है.
प्रदेश में करीब एक लाख से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्र है. इन केंद्रों में अस्सी लाख से ज्यादा बच्चों को पोपण आहार दिया जाता है. पोषक तत्वों के लिए राज्य सरकार 5 हजार करोड रुपये का बजट विभाग को जारी करता है. जिसमें से 1517 करोड रूपये आहार पर खर्च किया जाता है.
अंडे खिलाने की योजना से 80-90 करोड़ का बजट और बढ़ेगा मगर सरकार इस कदम को आगे बढाने जा रही है.
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