भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वे राज्य सरकार को अस्थिर करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने देंगे. मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच उनका ये बयान सामने आया है. बता दें कि सोमवार की देर रात राज्य में चल रहे सियासी संकट को लेकर कमलनाथ ने कैबिनटे की बैठक बुलाई और ये बयान जारी किया.


कमलनाथ ने कहा, ''सौदेबाजी की राजनीति एमपी के हित के सात कुठाराघात है. मेरे लिए सरकार होने का मतलब सत्ता की भूख नहीं है. मेरा जन सेवा का पवित्र उद्देश्य है. पंद्रह वर्षों तक बीजेपी ने सत्ता को सेवा का नहीं भोग का साधन बनाए रखा था वो आज भी अनैतिक तरीके से मध्यप्रदेश की सरकार को अस्थिर करना चाहती है. सरकार को अस्थिर करने वालों को सफल नहीं होने दूंगा.''


बता दें कि कमलनाथ का बयान ऐसे वक्त में आया है जब मध्यप्रदेश की सियासत में बड़ा उलटफेर होने की संभावना है. सूबे की कमलनाथ सरकार पर राजनीतिक संकट गरमा गया है. सूत्रों के मुताबिक रविवार शाम को कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात बीजेपी के चार बड़े नेताओं से हुई. इस मुलाकात में सिंधिया को राज्यसभा भेजे जाने पर सहमति बनी है. सूत्रों के मुताबिक, सिंधिया खुद के लिए केंद्रीय कैबिनेट में जगह भी चाहते हैं.


इतना ही नहीं कमलनाथ सरकार के छह मंत्रियों समेत 17 विधायक बागी होकर बेंगलुरू पहुंच गए हैं. इन विधायकों को तीन चार्टर प्लेन की मदद से दिल्ली से बेंगलुरू ले जाया गया है.