भोपाल: मध्य प्रदेश में ग्वालियर राज घराने के महाराज और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल रात तंबू के नीचे काटी. मंदसौर में किसानों पर हुई फायरिंग के विरोध में वो भोपाल में सत्याग्रह कर रहे हैं. सोने से पहले उन्होंने अपने समर्थकों के साथ काफी देर हंसी-मजाक किया. सिंधिया का कहना है कि वो कुर्सी के लिए ये सब नहीं कर रहे हैं.


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भले ही देश में राजशाही खत्म हो गई हो लेकिन उनके समर्थक उन्हें महाराज महाराज कहकर पुकारते नहीं थक रहे थे.  सिंधिया के इस सत्याग्रह में सादगी दिखाने की कोशिश की गई है. वो इसलिए क्योंकि उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान के 28 घंटे के उपवास को 5 स्टार उपवास कहा था.



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इसी वजह से सिंधिया ने अपने लिए होने वाले इंतजामों में सावधानियां बरतीं है. हालांकि इस सादगी भरे सत्याग्रह पर भी काफी खर्च हुआ है. भोपाल के टीटी नगर दशहरा ग्राउंड में भव्य पंडाल लगाया गया है. इसमें करीब साढ़े तीन हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है. तीन फीट के मंच पर भी 250 लोगों के बैठने का इंतजाम है.


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माना जा रहा है कि इस सत्याग्रह के बहाने कांग्रेस की नजर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी है, जिसमें सिंधिया को शिवराज को चुनौती देने के लिए तैयार किया जा रहा है. हालांकि सिंधिया का कहना है कि वो कुर्सी के लिए ये सब नहीं कर रहे हैं. 17 जून तक चलने वाले इस सत्याग्रह में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे.