नई दिल्ली: मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान होगा. नेताओं के लंबे चुनावी प्रचार अभियान, चुनावी वादों और दावों के बाद अब गेंद जनता के पाले में है. मध्य प्रदेश में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी. जबकि बालाघाट जिले के तीन नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों परसवाड़ा, बैहर और लांजी में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा.


चौथी बार मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठने का सपना देख रहे शिवराज सिंह चौहान को इस बार कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलने उम्मीद है. मध्य प्रदेश में पहली बार किस्मत आजमाने उतरी आम आदमी पार्टी भी दावा कर रही है वह दिल्ली वाली अपनी सफलता को राज्य में दोहराएगी.


बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. वहीं दूसरी कांग्रेस ने 229 सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं, कांग्रेस ने एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिये छोड़ी है. अन्य पार्टियों की बात करें तो आम 208, बीएसपी 227, शिवसेना 81 और समाजवादी पार्टी 52 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. इस चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरूष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं.


मुख्य मुकाबला भले ही बीजेपी और कांग्रेस में माना जा रहा है लेकिन राज्य में छोटी छोटी पार्टियों ने इन दोनों दिग्गजों की नीद उड़ा रखी है. आखिरी दौर में इन पार्टियों की भूमिका बेहद अहम हो सकती है. ये जिसके पाले में जाएंगी उसे बड़ा फायदा होगा. बीजेपी जहां 200 पार का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी है तो वहीं कांग्रेस भी एकजुटता के साथ शिवराज सिंह को चौथी बार मुख्यमंत्री आवास तक नहीं जाने चाहती है.


मध्य प्रदेश में कुल 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे जिनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिलाएं एवं 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं. बाकी 5,04,33,079 मतदाता आज अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे.


ईवीएम के साथ वीवीपैट का भी इस्तेमाल
पूरे राज्य में कुल 65,367 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी, इनमें से 17,000 मतदान केन्द्र संवेदनशील घोषित किये गये हैं. इन केंद्रों पर केन्द्रीय पुलिस बल और वेवकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किए गये हैं. सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिये ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होगा.


सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पूरे राज्य में शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं, जिनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था के और कड़े इंतजाम किए गए हैं.


दांव पर है बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गजों की प्रतिष्ठा
मध्य प्रदेश में सबसे दिलचस्प मुकाबला बुधनी विधानसभा सीट पर है. बुधनी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में अरुण यादव को राज्य का भविष्य बताया है.


बुधनी के बाद मध्य प्रदेश के सागर जिले की खुरई विधानसभा सीट को भी हाई प्रोपाइल सीट माना जा रहा है. इस सीट से मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस के अरुणोदय चौबे उम्मीदवार हैं.


दतिया सीट से मध्य प्रदेश बीजेपी के कद्दावर नेता और शिवराज सरकार के जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा चुनाव मैदान में हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर राजेंद्र भारती चुनाव लड़ रहे हैं.


मध्य प्रदेश में भोपाल की गोविंदपुरा सीट बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है. बाबूलाल गौर गोविंदपुरा से लगातार 10 बार चुनाव जीत चुके हैं. 89 साल के बाबूलाल गौर इस बार गोविंदपुरा से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. गोविंदपुरा से बीजेपी ने बाबू लाल गौर की बहू कृष्णा गौर को उतारा है.


मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र की यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अर्जुन सिंह चुरहट के ही रहने वाले थे. इसी सीट से अर्जुन सिंह के बेटे और मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह कांग्रेस के टिकट पर विधायक हैं.


भोजपुर सीट पर भी कांग्रेस-बीजेपी के बीच दिलचस्प मुकाबला होगा. इस सीट पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं बीजेपी ने उनके खिलाफ सुरेंद्र पटवा को उम्मीदवार बनाया है. सुरेंद्र पटवा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे हैं.