मध्य प्रदेश में आज रात 9 बजे होगा नई सरकार का शपथ ग्रहण, कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
मध्य प्रदेश में नई सरकार आज रात नौ बजे शपथ लेगी. 20 मार्च को बहुमत परीक्षण से पहले ही कमलनाथ ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
भोपाल: मध्य प्रदेश में आज रात नौ बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रात नौ से साढ़े नौ बजे का मुहूर्त निकलवाया है. सीएम की रेस में शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे चल रहे हैं. बीजेपी आलाकमान की पहली पसंद भी शिवराज सिंह चौहान ही हैं.
20 मार्च को कमलनाथ ने दिया था इस्तीफा
गौरतलब है कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ ने 19 मार्च को राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. बहुमत परीक्षण से पहले ही उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कलमनाथ के आवास पर जाकर उनके मुलाकात की थी. इस्तीफ के बाद कमलनाथ ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करने का आरोप लगाया था.
सिंधिया ने ‘बिगाड़’ दिया कमलनाथ का आंकड़ा
दरअसल, कांग्रेस की सरकार को तब ही खतरे में आ गई थी जब कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़ दिया था. सिंधिया खेमे के विधायकों ने बगावत का बिगुल फूंक दिया और अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर और राज्यपाल को भेज दिया. इसमें छह मंत्री भी शामिल थे. पहले तो राज्यपाल ने कमलनथ की सलाह पर छह मंत्रियों को उनके पद से हटा दिया. इसके बाद विधानसभा स्पीकर ने विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. विधायकों के इस्तीफे के बाद से ही कमलनाथ के पास आंकड़ों कमी हो गई और बाद में फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया.
सीएम की दौड़ में शिवराज सबसे आगे
मध्य प्रदेश में नए सीएम की रेस में शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, नरेंद्र तोमर सबसे ज्यादा चर्चित नाम हैं. तीनों ही नेताओं में शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे बताए जा रहे हैं. उनके नाम को लेकर दिल्ली में पार्टी हाईकमान के बीच भी चर्चा चल रही है.
हाईकमान की पसंद शिवराज सिंह
दिल्ली से आ रही खबरों के अनुसार बीजेपी हाईकमान ने शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर प्रदेश की सत्ता सौंपने का मन बना लिया है. नरोत्तम मिश्रा और नरेंद्र तोमर को पीछे छोड़कर शिवराज सिंह का चौथी बार सीएम बनना लगभग तय माना जा रहा है.
मध्य प्रदेश में बीजेपी में शिवराज सिंह चौहान ही केवल एक ऐसे नेता हैं जिनकी पकड़ पूरे प्रदेश पर है. दूसरे सभी नेता अपने क्षेत्रों तक ही सीमित हैं. नरोत्तम मिश्रा दतिया संभाग में पकड़ रखते हैं तो वहीं ग्वालियर चंबल के नेता नरेंद्र तोमर हैं. शिवराज 15 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं इसके चलते हर संभाग में उनकी खासी पहुंच है.