भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है. भोपाल में आज कमलनाथ ने कहा कि एमपी में मार्च और अप्रैल के महीने में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौतें कोविड से हुईं. कमलनाथ ने श्मशान घाट और कब्रिस्तान में हुए अंतिम संस्कार को आधार बताया है. हांलाकि राज्य सरकार ने सफाई दी है कि मौत का आंकड़ा छिपाया नहीं गया है. कमलनाथ लाशों पर राजनीति कर रहे हैं. 


कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में एक लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं. मार्च और अप्रैल के महीने में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1,27503 लोगों के अंतिम संस्कार हुए. इसमें से अगर 80 फीसदी भी कोरोना से मौतें हुईं हैं तो वो तादाद 1,02000 होती है.


कमलनाथ के इस बयान का जवाब मंत्री विश्वास सारंग ने दिया. उनका कहना था की कमलनाथ जी तो एक दिन घर से बाहर निकले नहीं. जब कोरोना एमपी में पैर पसार रहा था, तब कमलनाथ जी एमपी के मुख्यमंत्री थे. अगर वो सही उपाय कर लेते तो मध्य प्रदेश की ये स्थिति नहीं बनती. अब मौत के आंकड़ों पर राजनीति कर रहे हैं. ये शोभा नहीं देता. हमने ना तो मौत का आंकड़ा छिपाया ना ही कोरोना के पॉजिटिव मरीज का.


फिलहाल मध्य प्रदेश में कोरोना से कितनी मौतें हुई हैं, ये अब भी रहस्य का विषय है.


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