Madhya Pradesh Rath Yatra: कभी महाजनों की पार्टी के नाम से विख्यात बीजेपी को इस चुनावी साल में दलितों के लिए किए गए अपने कामों को गिनाना पड़ रहा है. इन कामों की कड़ी में प्रधान मंत्री मध्य प्रद्रेश में अगले महीने एक और बड़ा काम करने जा रहे हैं .


चुनावी साल में रथ यात्राओं का चलन फिर शुरू हो रहा है और बीजेपी ने बाजी मार ली है . पूरे मध्य प्रदेश में संत रविदास के खड़ाऊ यानी चरण पादुका के पूजन दर्शन और विचारों को फैलाने भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में पांच समरसता रथ यात्रा निकाल रही है जो इसी हफ्ते प्रदेश के पांच दूरस्थ शहरों से राज्य के केंद्र में बसे शहर सागर पहुंचेगी.  


18 दिन चलेगी यात्रा
पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग इन यात्राओं के दौरान छोटे बड़े कस्बों में संत रविदास के विचारों संदेश और साहित्य पर डिबेट गोष्ठी और दूसरे आयोजन भी करते चलेंगे. यह यात्रा 18 दिन चलेगी. पार्टी का दावा है कि इस दौरान प्रदेश के 53000 गांवों से एक एक मुट्ठी मिट्टी और प्रदेश की सारी नदियों का जल भी संग्रहित किया जाएगा. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविदास मंदिर की रखेंगे नींव
सागर शहर में आयोजित एमपी सरकार के एक बड़े कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त की 12 तारीख को संत रविदास मंदिर की नींव रखने जा रहे है. आदि शंकराचार्य की मूर्ति के लिए महीनों से लोहे इकट्ठे करते करते सरकार अब संत रविदास की मूर्ति के लिए अपना अभियान छेड़ दिया है.  


वहीं आदिवासी वोट बैंक के लिए बड़े आयोजनों के बाद दलितों को साधने की पार्टी और सरकार की इस मिली जुली कवायद से कांग्रेस के आंखों में किरकिरी होना स्वाभाविक है और वह इसे सरकार और बीजेपी  की चुनावी ढोंग और मजबूरी बता रहे हैं. 


ऐसे में क्या दलितों के लिए किए गए बीजेपी सरकार के काम गिनाना भी एक चुनावी मजबूरी है, क्योंकि आदिवासियों के लिए पिछले दिनों घोषित कई लोक लुभावन नई योजनाओं और मूर्तियों की स्थापना से ठगे महसूस करते दलितों पर बीजेपी का ये नया दांव कितना असर करेगा देखना बाक़ी हैं.


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