इंदौर: मध्य प्रदेश में इंदौर के सेंट्रल जेल के कुछ कैदियों को कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज़ दी गई है. सेंट्रल जेल के डिप्टी सुप्रिटेंडेंट ने जानकारी दी कि उन्हें कोविशील्ड की 300 डोज़ मिली है. कुछ कैदियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है और कुछ को अभी पहली खुराक देनी बाकी है. आपको बता दें कि पिछले एक साल में सेंट्रल जेल के कई कैदी और जेल स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं.
सेंट्रल जेल के डिप्टी सुप्रिटेंडेंट लक्ष्मण सिंह भदौरिया ने बताया कि पिछले एक साल में कई कैदियों और जेल स्टाफ को कोरोना हो गया था, जिनके लिए अस्थाई जेल, क़्वारंटीन सेंटर बनवाए गए. उन्हें विटामिन सी, काढ़ा और बचाव के अन्य साधन दिए गए थे. हालांकि इस दौरान किसी की मौत नहीं हुई. फिलहाल पांच कैदी और स्टाफ के दो लोग कोरोना से संक्रमित हैं, जिनका इलाज जारी है.
गौरतलब है कि इंदौर की सेंट्रल जेल मध्य प्रदेश की पहली जेल है, जहां अधीक्षक राकेश भांगरे ने जिला प्रशासन के सहयोग से वैक्सीनेशन कैम्प लगाया है. उन्होंने बताया कि शनिवार को 300 वैक्सीन मिली, जिन्हें क़ैदियों और कुछ स्टाफ को लगवाया गया। इनमें 45 साल से अधिक उम्र के वे लोग हैं, जिन्हें अन्य बीमारी हैं. इसके अलावा 60 साल से अधिक उम्र के कैदी हैं.
उपअधीक्षक भदौरिया सहित जेल स्टाफ में भी 90 प्रतिशत लोग पहले ही वेक्सीन लगवा चुके हैं. जेल में वेक्सिनेशन करने पहुंचे डॉक्टर विवेक सिंह चौहान ने बताया, "कोविशिल्ड कम्पनी की 300 डोज़ मिली है, सभी क़ैदियों को वेक्सीन लगाई जानी है. आज 150 लोगों को लगाई जाएगी, बाकी वेक्सीनेशन आगे भी चलता रहेगा. मध्य प्रदेश में पहली बार किसी जेल में वेक्सीन लगाई जा रही है."
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