इंदौर के प्याज किसान अपनी प्याज बेचने के लिए 5-6 दिन से इंतजार कर रहे थे, उसी दौरान इन्हें खबर मिली कि बड़े व्यापारी मंडी के अंदर सांठगांठ करके लाचार किसानों से 6 रुपये किलो में प्याज खरीद रहे हैं. इसी बात से नाराज होकर किसानों ने इंदौर की सड़कों पर जमकर हंगामा किया.
दूसरी तरफ इंदौर के मंडी सचिव का कहना है कि एक साथ बहुत सारे प्याज किसान अपना उपज लेकर आ गये हैं, जिसकी वजह से प्याज की सरकारी खरीद में दिक्कत हो रही है.
आगर मालवा इलाके में प्याज की अलग कहानी दिखी. यहां सुसनेर कृषि मंडी में 30 हजार क्विंटल से ज्यादा प्याज की सरकारी खरीद हुई है, जो खुले में रखा हुआ है. अब बारिश की बौछार के साथ ये प्याज सड़ने जा रहा है, लेकिन मध्यप्रदेश सरकार प्याज की इस बर्बादी से बेपरवाह है.