नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में सत्ता के गलियारों में बस एक ही चर्चा है. मामा बड़े कड़क हो गए हैं. मामा मतलब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. शिवराज के राज में सब हैरान परेशान हैं. आख़िर वे क्यों बदलते जा रहे हैं? इन दिनों वे ऐंग्री यंगमैन के रोल में हैं. कभी अफ़सर की क्लास तो कभी मंत्री को डांट फटकार तो कभी गाड़ दूंगा की धमकी.


फ़िल्म नायक के हीरो की तरह काम कर रहे हैं शिवराज. उनका एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. मीटिंग के बीच में ही उन्होंने ग्वालियर के कमिश्नर को खरी खोटी सुनाई. फिर कहा बहुत हो गया, अब इनकी छुट्टी कर दीजिए. शाम होते होते 2010 बैच के आईएएस संदीप माकिन को हटा दिया गया.


शिवराज चौहान अब अपने मंत्रियों के लिए कोड ऑफ कंडक्ट भी बना रहे हैं. इस बार वे किसी को भी कोई छूट देने के मूड में नहीं हैं. बीते मंगलवार को को उन्होंने कोलार डैम के पास फ़ॉरेस्ट गेस्ट हाउस में मंत्रियों की बैठक ली. इस मीटिंग में शिवराज ने अपने मंत्रियों से कहा कि वे अपने पीएस यानी निजी सचिव सोच समझ कर रखें. उन्होंने कहा कि कुछ लोग चिकनी चुपड़ी बातें कर आपसे अपनी नियुक्ति करा लेंगे. ऐसे लोगों से सावधान रहें.


एमपी के सीएम भी पीएम के फ़ार्मूले पर चल रहे हैं
शिवराज चौहान ने पिछले ही महीने भ्रष्टाचार के आरोप में एक मंत्री के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया था. पीएम बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने अपने मंत्रियों के मामले में ऐसा ही किया था. अब एमपी के सीएम भी पीएम के फ़ार्मूले पर चल रहे हैं. मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को दलालों से दूर रहने को कहा. सबको नए नए आयडिया पर काम करने की नसीहत दी. शिवराज ने कहा कि वे जब भोपाल में रहेंगे तो हर दिन किसी मंत्री के साथ चाय पर चर्चा करेंगे.


शिवराज चौहान चौथी बार एमपी के मुख्यमंत्री बने हैं
शिवराज चौहान वैसे तो चौथी बार एमपी के मुख्यमंत्री बने हैं. पिछले सत्रह सालों में वे सिर्फ़ साल भर ही सत्ता में नहीं रहे. लेकिन बेहद सौम्य, सहज और मिलनसार स्वभाव वाले शिवराज इस बार एक्शन वाले रोल में हैं. इसीलिए तो सब कह रहे हैं कि सरकार बदले बदले से नज़र आते हैं. शिवराज खुद ही कह रहे हैं कि वे ख़तरनाक मूड में हैं. वे कहते हैं कि फार्म में हैं मामा. एक कार्यक्रम में मंच से बोलते हुए शिवराज ने कहा, ''सुन लो माफिया, मध्य प्रदेश छोड़ दो नहीं तो ज़मीन में दस फ़ीट गाड़ देंगे''.उनका ये भाषण खूब वायरल हुआ.


शिवराज की बन रही है आक्रामक हिंदूवादी नेता की छवि


शिवराज चौहान के सिर्फ़ बोल वचन ही नहीं बदले हैं. उनकी छवि भी बदलाव के रास्ते पर है. उनकी अब एक आक्रामक हिंदूवादी नेता की इमेज बनने लगी है. लव जिहाद के ख़िलाफ़ वे यूपी से भी कड़ा क़ानून बनाने जा रहे हैं. हाल के दिनों में राम मंदिर को लेकर निकले जुलूस पर कई जगह पथराव हुए. उज्जैन, इंदौर और मंदसौर में झगड़ा हुआ. तो शिवराज ने पत्थरबाज़ों से सरकारी संपत्ति को हुए नुक़सान की वसूली करने के लिए क़ानून बनाने का एलान कर दिया. उन्होंने कहा कि पत्थर फेंकने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी.


आपको याद दिला दें कि सीएए के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वालों पर योगी सरकार ने भी ऐसी ही कार्रवाई की थी. हाल के फ़ैसलों और बयानों के बाद कुछ जानकार तो योगी और शिवराज की तुलना भी करने लगे हैं. लेकिन ये सच है कि मामा अबकी बार अलग अंदाज में हैं. लेकिन आख़िर क्यों ? जितने मुंह उतनी ही बातें.


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