मध्य प्रदेश: फ्लोर टेस्ट से पहले अब तक 23 विधायकों का इस्तीफा मंजूर, स्पीकर बोले- दुखी हूं
अब कुल 23 सदस्यों के इस्तीफे मध्य प्रदेश विधानसभा स्पीकर ने मंजूर किए हैं.
![मध्य प्रदेश: फ्लोर टेस्ट से पहले अब तक 23 विधायकों का इस्तीफा मंजूर, स्पीकर बोले- दुखी हूं Madhya Pradesh speaker has accepted the resignation of 23 MLAs so far मध्य प्रदेश: फ्लोर टेस्ट से पहले अब तक 23 विधायकों का इस्तीफा मंजूर, स्पीकर बोले- दुखी हूं](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/03/20171502/pjimage-9.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
भोपाल: मध्य प्रेदश के स्पीकर एनपी प्रजापति ने फ्लोर टेस्ट से पहले कई विधायकों का इस्तीफा स्वीकार किया है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अबतक कुल 23 विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं. इसमें 22 कांग्रेस और एक बीजेपी के विधायक हैं.
एनपी प्रजापति ने बताया कि वह दुखी मन से इस्तीफे स्वीकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा,'' इस्तीफे पर मुझे फैसला लेने का अधिकार है. सदस्य इस्तीफा देने पर अड़े थे. मैं निष्पक्ष हूं, मुझ पर लगे सभी आरोप गलत हैं ''
अब कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद पार्टी के लिए फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना कठीन दिख रहा है. ऐसे में बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ आज इस्तीफा दे सकते हैं. अब कांग्रेस के पास बस 92 विधायक बचे हैं
बहुमत परीक्षण से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं कमलनाथ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज दोपहर 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी बुलाई है. माना जा रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री इस्तीफे का एलान कर सकते हैं. बता दें कि कल देर रात खबर आई कि विधानसभा स्पीकर ने कांग्रेस के बागी 16 विधायकों का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. यानी कि अब कांग्रेस के पास बचे हैं अपने ( 114-22) 92 विधायक जबकि बहुमत के लिए 100 से ज्यादा विधायक चाहिए होंगे. इसलिए कमलनाथ सरकार के पास बहुमत परीक्षण पास करना टेड़ी खीर है.
दो दिन की मैराथन सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा? 2 दिन तक चली मैराथन सुनवाई के बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हेमंत गुप्ता की बेंच ने वही आदेश दिया जो सुप्रीम कोर्ट के पुराने फैसले के मद्देनजर तय नजर आ रहा था. जजों ने कहा, “राज्य में 10 दिन के लिए विधानसभा को स्थगित करने का फैसला सही नहीं था. सत्र को कल ही बुलाया जाए और उसमें एक ही एजेंडा हो- राज्य सरकार का बहुमत परीक्षण. विधायक हाथ उठाकर मतदान करें. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी हो. जजों ने यह भी साफ कर दिया कि जो विधायक बेंगलुरु में बैठे हैं, उन्हें भोपाल आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.''
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)