भोपाल: भोपाल में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन इस सबके बीच भोपाल के चिरायु अस्पताल से 20 दिनों में तकरीबन 200 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं जो राहत की बात है. यह अस्पताल प्रबंधन के कोरोना मरीजों के लिए बनाए खास प्रोटोकॉल और घर जैसे माहौल की वजह से मुमकिन हो पाया है.


इंदौर रोड पर बने चिरायु अस्पताल को मार्च में भोपाल कोविड-19 सेंटर अस्पताल बनाया गया था. मतलब यहां पर सिर्फ करोना का ही इलाज होगा. इसके चलते शहर और आसपास के जिलों के ज्यादातर कोरोना पीड़ितों का इलाज यहीं पर हो रहा है. चिरायु अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए स्पेशल एरिया को आरक्षित किया गया है. जहां संक्रमित मरीजों का पूरी सतर्कता के साथ इलाज किया जाता है.


कोरोना पीड़ितों के इलाज में लगी टीम को विशेष ट्रेनिंग भी मुहैया कराई गई है. चिरायु अस्पताल के डॉक्टर अजय गोयनका ने बताया कि हमारा सक्सेस रेश्यो इसलिए ज्यादा है क्योंकि हम स्पेशल प्रोटोकॉल बनाकर काम कर रहे हैं. कोरोना से लड़ाई में सबसे ज्यादा जरूरत सकारात्मकता, मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम और इच्छाशक्ति की होती है. हमने मरीजों के लिए पूरा शेड्यूल बनाया हुआ है उसी के अनुसार उनका ट्रीटमेंट होता है.


इसके साथ ही विशेष डाइट चार्ट और व्यायाम का पालन भी कराया जाता है. अस्पताल में दवाइयां और जरूरी इक्विपमेंट्स भी पर्याप्त मात्रा में हैं. हमारी कोशिश होती है कि मरीजों के लिए परिवार की तरह माहौल बनाया जाए और उन्हें मोटिवेटेड रखा जाए.


भोपाल के चिरायु अस्पताल से कोरोना को हराकर घर लोटे शहर के टेलिविजन पत्रकार जुगल शर्मा ने बताया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को हराने के लिए आपको अपने डर को खत्म करना होगा. चिरायु अस्पताल में मरीजों को घर की तरह माहौल में रखा जाता है, इससे हौसला बढ़ता है और कोरोना से लड़ने की ताकत भी मिलती है. डॉक्टर अजय गोयनका और उनकी टीम मरीजों का खास ध्यान रख रहे हैं. इसलिए यहां का सक्सेस रेश्यो अन्य अस्पतालों से काफी ज्यादा है.


वहीं पिछले 20 दिनों में करीब 200 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं. यह आंकड़ा बीते हफ्ते तेजी से बढ़ा है. चिरायु अस्पताल से 18 अप्रैल को 30, 22 अप्रैल को 44, 25 अप्रैल को 56, 26 अप्रैल के दिन 19 और 28 अप्रैल के दिन 28 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. यहां से ठीक होकर लौटे मरीज बताते हैं कि अस्पताल में उन्हें घर जैसा सकारात्मक माहौल मिला इसकी बदौलत ही वह कोरोना से जंग जीत सके.


प्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. मध्य प्रदेश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 2368 तक पहुंच गई है और 113 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.जिसमें भोपाल में ही पांच सौ से ज्यादा करोना मरीज हैं. जिनमें से तीन सौ का इलाज इसी अस्पताल में चल रहा है.


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