उज्जैन: मध्य प्रदेश के सबसे ज्यादा संक्रमित शहरों में शामिल उज्जैन में वैक्सीनेशन की टीम पर हमला हुआ. इस हमले में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. उज्जैन पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है.


उज्जैन जिले के उन्हेल थाना क्षेत्र के ग्राम माली खेड़ी में सोमवार को जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी गांव पहुंची थी. गांव में पारदी समाज के साथ-साथ अल्पसंख्यक वर्ग के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. यहां पर वैक्सीनेशन किया जाना था लेकिन वैक्सीनेशन का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. यह विरोध इतना बढ़ गया कि धीरे-धीरे गांव के प्रमुख मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए.


विरोध कर रहे लोगों ने वैक्सीनेशन की टीम पर हमला बोला


ग्रामीणों के बीच यह अफवाह फैली हुई थी कि वैक्सीन की वजह से लोगों की जान जा रही है. इसी अंधविश्वास की वजह से ग्रामीणों ने एकजुट होकर वैक्सीनेशन का विरोध कर दिया. इस दौरान ग्राम पंचायत के सचिव के पति शकील ने लोगों को समझाने की कोशिश की. विरोध कर रहे लोगों ने उग्रता दिखाते हुए वैक्सीनेशन की टीम पर हमला बोल दिया. इस हमले में शकील गंभीर रूप से घायल हो गए. शकील के मुताबिक गांव में कई दिनों से यह अफवाह फैली हुई थी कि वैक्सीन लगाने से लोगों की जान जा रही है.


शरारती तत्वों ने प्रशासन के प्रयासों को विफल कर दिया गया


इस अफवाह को खत्म करने के काफी प्रयास किए गए मगर कुछ शरारती तत्वों द्वारा प्रशासन के प्रयासों को विफल कर दिया गया. धार्मिक नगरी उज्जैन में कोरोना की पहली लहर के दौरान मध्यप्रदेश में पहली मौत राबिया बी के रूप में हुई थी. उज्जैन दूसरी लहर में भी रेड जोन में शामिल रहा. यही वजह है कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों तक भी कोरोना पहुंच गया. कोरोना को रोकने के लिए ग्रामीण इलाकों में तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है, मगर कुछ गांव में इसके विरोध की खबरें भी आ रही है.


उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक ग्रामीणों को समझाने के लिए चिकित्सक की टीम भेजी जा रही है. इसके अलावा वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है. पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक हमला करने वाले 4 लोगों के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज कर लिया गया है जबकि 2 लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई है.


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