नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में विशाल सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ. इस आयोजन में 2700 दूल्हा-दुल्हन ने हिन्दू रीती रिवाज से सात फेरे लिए. मध्य प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया.सबसे खास बात यह कि इतने बड़े विवाह के आयोजन को सफल कराने के लिए सरकारी विभाग के हर कर्मचारी को इस आयोजन में जिम्मेदारी दी गई.



सलाद काटने से लेकर पूड़ी परोसने का सरकारी आदेश


हालांकि अब यह आयोजन विवादों में आ गया है. दरअसल इस आयोजन में लोगों की जिम्मेदारी तय करने के लिए सरकारी पत्र के जरिए आदेश निकाला गया. इस सरकारी आदेश में कहा गया कि किन शिक्षकों को क्या काम करना है. यहां तक की पूड़ी परोसने से लेकर, सलाद काटने और पत्त्ल देने तक का आदेश जारी किया गया.



इतना ही नहीं इस सामूहिक विवाह के आयोजन में 20 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च हुए और खुद मु्ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देकर विदा किया.