Atiq Ahmed Minor Son Case: माफिया अतीक अहमद की बहन को मिलेगी दोनों नाबालिग बेटों की कस्टडी? आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
Hearing in Supreme Court: गैंगस्टर अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे किशोर आश्रय गृह में रह रहे हैं. 15 और 17 साल की उम्र के दो नाबालिगों को सुरक्षा कारणों अन्य बच्चों से अलग रखा गया है.
Mafia Atiq Ahmed Minor Children Case: प्रयागराज में मारे गए माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के दो नाबालिग बच्चों की कस्टडी के लिए कई रिश्तेदार सामने आ चुके हैं. अतीक की बहन शाहीन अहमद ने दोनों बच्चों की कस्टडी की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इस मामले पर आज (11 सितंबर) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शाहीन की याचिका खारिज की जा चुकी है. हाईकोर्ट ने शाहीन को बच्चों का अभिभावक मानने से इनकार कर दिया था.
अतीक की बहन शाहीन अहमद ने बाल सुधार गृह में रह रहे दोनों नाबालिग बच्चों की कस्टडी की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने अपनी तरफ से प्रयागराज भेजे गए बाल मामलों के एक विशेषज्ञ की रिपोर्ट याचिकाकर्ता और यूपी सरकार को सौंप कर जवाब दाखिल करने को कहा था. रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चे राज्य से बाहर जाना चाहते हैं.
अच्छे अंग्रेजी स्कूल में पढ़ते थे दोनों नाबालिग
अतीक अहमद और अशरफ अहमद 15 अप्रैल की रात प्रयागराज में पुलिस हिरासत में एक हमले में मारे गए थे. अतीक का तीसरा बड़ा बेटा असद 13 अप्रैल को झांसी के पास एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. 15 और 17 साल की उम्र के दो नाबालिगों को सुरक्षा कारणों से बाल सुधार गृह में अन्य बच्चों से अलग रखा गया है. अधिकारियों का कहना है कि काउंसलिंग उनके व्यवहार को बदलने में मदद कर रही है ताकि वे अपने परिवार के अन्य सदस्यों के नक्शेकदम पर न चलें, जो अपराधों में शामिल थे.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दोनों लड़के 2 मार्च को चकिया इलाके में घूमते पाए गए थे, इसके बाद उन्हें आश्रय गृह में भर्ती कराया गया था. वे प्रयागराज के एक प्रमुख अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ रहे थे. धूमनगंज पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद लड़के इस साल अपनी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए. पुलिस ने पहले तो दोनों को हिरासत में लेने से इनकार किया था, लेकिन बाद में कहा कि लड़के 2 मार्च को चकिया इलाके में अकेले घूमते पाए गए थे और उन्हें एक आश्रय गृह में भर्ती कराया गया है.
इनपुट- आईएएनएस
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