नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के कालकाजी को नोएडा से जोड़ने वाली दिल्ली मेट्रो की नई मैजेंटा लाइन में कई चीजों का पहली बार इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें ट्रेनों के संचालन के लिए पहली बार प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) और उच्च तकनीक वाली सिग्नलिंग प्रणाली का इस्तेमाल किया जायेगा. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
मेट्रो के बॉटेनिकल गार्डन (नोएडा)-जनकपुरी पश्चिम (दिल्ली) कॉरीडोर के 12.64 किलोमीटर लंबे इस हिस्से में नौ स्टेशन होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 दिसंबर को इसका उद्घाटन किया जाना है.
डीएमआरसी के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा, ‘‘इस लाइन के हिस्से में कई ऐसी खूबियां है जिनका इस्तेमाल मेट्रो पहली बार कर रहा है. प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) का यहां पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है.’’ पीएसडी शीशे की बनी स्क्रीन होती है जिन्हें प्लेटफॉर्म के किनारे लगाया जाता है जो तभी खुलती हैं जब एक ट्रेन स्टेशन पर आती है और ट्रेन के स्टेशन से रवाना होते ही ये दरवाजे फिर बंद हो जाते हैं. इन्हें यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से लगाया गया है.
दयाल ने कहा, ‘‘नई तकनीक के अलावा, कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (सीबीटीसी) सिग्नलिंग प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा. जिससे ट्रेनों के 90 से 100 सेकंड की फ्रिक्वेंसी में स्टेशन पर आने की सुविधा मिल सकेगी.’’ क्रिसमस पर मेगा लॉन्च से पहले कॉरीडोर के प्रिव्यू के बाद वह संवाददाताओं से बात कर रहे थे.
डीएमआरसी ने कहा कि शुरू में पांच मिनट 14 सेकंड के अंतराल पर यात्रियों को ट्रेन मिलेगी. दिल्ली मेट्रो के इस नए खंड के शुरू होने के बाद यात्री सीधे कालकाजी मंदिर से बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक का सफर 19 मिनट में तय कर सकेंगे. मेट्रो की ब्लू और वॉयलेट लाइन से यह सफर 52 मिनट में तय होता था जबकि इंटरचेंज प्वाइंट मंडी हाउस स्टेशन है.
डीएमआरसी के मुख्य ने कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री की तरफ से दोपहर में मैजेंटा लाइन के नवनिर्मित कालकाजी मेट्रो स्टेशन से इस नई लाइन का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा. आम लोगों के लिये इस लाइन पर शाम पांच बजे से सेवायें शुरू होंगी.’’