Bihar Assembly Speaker: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार विधानसभा अध्यक्ष और बीजेपी (BJP) नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Trust Motion) लाई है. मीडिया रिपोर्ट्स में बुधवार को जेडीयू (JDU) के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से यह जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, महागठबंधन के कई सदस्यों द्वारा हस्ताक्षर किया गया एक नोटिस विधानसभा सचिवालय (Assembly Secretariat) में दिया जा चुका है. कहा जा रहा है कि महागठबंधन की ओर से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के सीएम पद की शपथ लेते ही विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का फैसला ले लिया गया था.
जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने मीडिया को बताया कि सदन में विश्वास मत साबित करने के लिए जब बैठक होगी तब सिन्हा के खिलाफ प्रस्ताव को उठाया जाएगा. बिहार विधानसभा का 24 अगस्त को विशेष सत्र बुलाया जाएगा. चौधरी ने कहा, "नियम के अनुसार, विधानसभा में बहुमत से पारित एक प्रस्ताव द्वारा अध्यक्ष को पद से हटाया जा सकता है." महागठबंधन में फिलहाल कुल 164 विधायक हैं और बीजेपी के पास 77 एमएलए हैं. जेडीयू के एक अन्य नेता ने कहा कि अध्यक्ष की मंशा संदिग्ध थी. सरकार में बदलाव होते ही परंपरानुसार इस्तीफा दे देना चाहिए था लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया.
सिन्हा के पास यह हथियार
सिन्हा ने एक बीजेपी नेता की अध्यक्षता में मंगलवार आचार समिति की बैठक भी बुलाई. इसमें उन्हें विधानसभा में हंगामे पर एक नई रिपोर्ट दी गई थी. यह रिपोर्ट पिछले साल मार्च में विशेष सशस्त्र पुलिस अधिनियम पास किए जाने को लेकर थी. इस रिपोर्ट को लेकर दावा किया जा रहा है कि मौजूदा गठबंधन के सदस्यों की सदस्यता अयोग्य की जा सकती है. तब बिल को लेकर विधानसभा में हंगामा करने वाले विपक्षी सदस्यों को बाहर करने के लिए पुलिस तक को बुलाना पड़ा था.
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