पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार भले ही चल रही है, लेकिन हाल के दिनों में महागठबंधन में शामिल अलग-अलग पार्टियों के नेता किसी न किसी मुद्दे को लेकर आमने-सामने आते रहे हैं.


जेडीयू  नेता ने ट्वीट कर कांग्रेस और आरजेडी को कटघरे में खड़ा किया


जेडीयू के वरिष्ठ नेता अजय आलोक के एक ट्वीट ने महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस के मंत्रियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है. अजय आलोक ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, "182 परियोजनाओं पर एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ और 11 हजार करोड़ रुपये बिना उपयोग के 'लैप्स' हो गया." अजय आलोक ने राजद और कांग्रेस पर तंज कसते हुए आगे लिखा, "इनमें अधिकांश विभाग कांग्रेस और आरजेडी के पास हैं, लेकिन जिम्मेदारी हमारी है."


 

जेडीयू नेता के ट्वीट पर आरेजडी का पलटवार, बयान को बताया बेतुका

इस बयान पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बुधवार को कहा, "अजय आलोक के बयानों का कोई मतलब नहीं है. उनके बयानों को जेडीयू में ही कोई तरजीह नहीं देता. वह किसी दूसरे 'घर' की तलाश में हैं. यही कारण है कि वह बेतुके बयान दे रहे हैं." इस बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता क़े सी़ त्यागी ने कहा, "यह ट्वीट उनका निजी है, इसका पार्टी और सरकार से कोई सरोकार नहीं है. महागठबंधन मजबूत है."


जेडीयू के एक नेता ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि पार्टी इस बयान को लेकर अजय आलोक पर कारवाई कर सकती है. इसके पहले भी आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह कई मुद्दों को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. जेडीयू रघुवंश को पार्टी से निकालने तक की मांग आरजेडी से कर चुका है.


गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है, जिसमें कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू शामिल हैं.