(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: 'उद्धव को देखकर मुझे दुख होता है', फडणवीस ने ऐसा क्यों कहा?
Fadnavis vs Uddhav Thackeray: उद्धव ठाकरे के बयान पर फडणवीस ने कहा कि उनकी वर्तमान मानसिक स्थिति ऐसी है कि हमें इसे समझने की कोशिश करनी चाहिए. वह जो कह रहे हैं उस पर प्रतिक्रिया ना देना ही बेहतर है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार (11 जुलाई) को उद्धव ठाकरे के बयान पर पलटवार करते हुए दिमाग का इलाज कराने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि लग रहा है कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति के कारण शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख को मेंटल ट्रीटमेंट लेने की जरूरत है.
इससे पहले ठाकरे ने फडणवीस को नागपुर का कलंक बताया था, इस टिप्पणी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में फडणवीस ने कहा, "विपक्षी और पूर्व मित्र (ठाकरे) को वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम के प्रभाव का सामना करते हुए देखकर मुझे दुख होता है. मुझे लगता है कि उन्हें मनोचिकित्सक से परामर्श लेने की जरूरत है." उन्होंने आगे कहा, "जो व्यक्ति अपनी वर्तमान मनोवैज्ञानिक स्थिति के कारण आरोप लगाता है, उस पर प्रतिक्रिया देना अनुचित है, उनकी वर्तमान मानसिक स्थिति ऐसी है कि हमें इसे समझने की कोशिश करनी चाहिए. वह जो कह रहे हैं उस पर प्रतिक्रिया न देना ही बेहतर है."
क्या बोले थे उद्धव ठाकरे
10 जुलाई को उद्धव ठाकरे ने फडणवीस के गृह नगर नागपुर में शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, "भाजपा नेता (फडणवीस) नागपुर पर एक कलंक हैं, क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह एनसीपी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी उन्होंने ऐसा किया।" उनके इस बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है. हालांकि, उद्धव अपने बयान पर कायम हैं और कहा कि क्या भाजपा के नेतादूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाते और उन पर कलंक का कटाक्ष नहीं करते. उन्होंने दावा किया कि संजय राउत और अनिल परब जैसे प्रमुख शिवसेना (यूबीटी) नेताओं को बीजेपी द्वारा परेशान किया जा रहा है.
उद्धव के बयान पर बीजेपी ने जताई आपत्ति
ठाकरे ने एनसीपी नेता और नवनियुक्त राज्य मंत्री हसन मुशरिफ को लेकर कहा, "जब आप सभी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएंगे, उन पर दाग लगाएंगे और फिर कैबिनेट में उनके बगल में बैठेंगे, तो वह परिवार समाज का सामना कैसे करेगा?" 2 जुलाई को अजित पवार समेत 9 विधायकों के महाराष्ट्र की शिवसेना-बीजेपी की गठबंधन सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी दो धड़ों में बंट गई है.