महाराष्ट्र: पुणे में 13-23 जुलाई तक रहेगा संपूर्ण लॉकडाउन, ठाणे में भी दस दिनों के लिए बढ़ाया गया
पुणे के डिविजन कमिश्नर दीपक म्हैसेकर ने बताया कि केवल डेयरी और मेडिकल स्टोर और अस्पतालों जैसी आवश्यक सेवाओं से संबंधित दुकानें खुली रहेंगी
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए पुणे में 13 जुलाई से 23 जुलाई तक संपूर्ण लॉकडाउन का एलान किया गया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के ठाणे में संपूर्ण लॉकडाउन 19 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. पुणे के डिविजनल कमिश्नर दीपक म्हैसेकर ने कहा कि 13 जुलाई से 23 जुलाई तक पुणे, पिंपरी-चिंचवाड़ और ग्रामीण पुणे के कुछ हिस्सों के लिए संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई. केवल डेयरी और मेडिकल स्टोर और अस्पतालों जैसी आवश्यक सेवाओं से संबंधित दुकानें खुली रहेंगी.
वहीं पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर नवल किशोर राम ने बताया कि पुणे जिले के ग्रामीण भागों में 22 गांवों की पहचान की गई है जहां लॉकडाउन लागू किया जाएगा. पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ क्षेत्र के अलावा, इन गांवों के कंटेनमेंट जोन को इसमें शामिल किया जाएगा.
डिप्टी सीएम अजित पवार ने लॉकडाउन के फैसले पर क्या कहा?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि आप इंग्लैंड का उदाहरण लें. इंग्लैंड में भी दोबारा लॉकडाउन लगाया गया. उन्होंने कहा कि जब लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं तो इस तरह (लॉकडाउन) के फैसले लिए जाते हैं. हमनें ठाणे में भी लॉकडाउन को लागू किया है. जब कुछ जगहों पर मामले बढ़ते हैं तो इस तरह के फैसले लिए जाते हैं.
इसके अलावा पुणे म्युनिसिपल कमीशन के कमिश्नर शेखर गायकवाड ने कहा कि 18 से 23 जुलाई तक दूसरे फेज में मेडिकल स्टोर, डेयरियों, अस्पतालों और आवश्यक सेवाओं को खुला रहने दिया जाएगा.
महाराष्ट्र देश का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य
बता दें कि भारत में कोरोना का सबसे ज्यादा प्रकोप महाराष्ट्र में देखने को मिला है. गुरुवार तक यहां 2 लाख से ज्यादा संक्रमित मामले सामने आए हैं. गुरुवार तक के आंकड़ों के मुताबिक यहां 2 लाख 23 हजार 724 मामले सामने आए. वहीं मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की कुल संख्या गुरुवार को बढ़कर 88,795 हो गई जिसमें 1,282 नए मामले शामिल हैं. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी. इस घातक वायरस के कारण महानगर में 68 और लोगों की मौत हो गई जिससे मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 5,129 हो गई.
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