मुंबई: महाराष्ट्र से पलायन की मार्मिक कहानियों के बीच एक सकारात्मक खबर सामने आई हैं. जिन जिलों में कोरोना का प्रकोप नहीं है राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने उन इलाकों में कुछ शर्तों के साथ फैक्ट्री शुरू करने की अनुमति दी है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र में 65 हजार उद्योगों को भी शुरू करने की अनुमति दी गई थी जिनमें से 35 हज़ार फैक्ट्रियों ने अपने यहां काम की शुरुआत कर दी है. महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने बताया कि इन उद्योगों में लगभग 9 लाख श्रमिकों ने अपने काम पर वापसी कर दी है.
कोरोना के चलते पिछले 50 दिन से देश में हर तरह की आर्थिक गतिविधि बंद है, लिहाजा फैक्ट्रियों को भी बंद कर दिया गया था. सब कुछ ठप है. अर्थव्यवस्था को लगातार भारी नुकसान हो रहा था अब केंद्र सरकार राज्य सरकार अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कदम उठाने की बात कर रही है. महाराष्ट्र की उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने मजदूरों के काम से वह वापसी पर सकारात्मकता दिखाई है.
फैक्ट्री के शुरू होने के बाद कामगार मजदूरों को जब काम मिलने लगेगा तो उम्मीद की जा रही है कि पलायन का सिलसिला थमेगा. पलायन का सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी और खाने की दिक्कत है लोगों के हिस्से जब काम आएगा तो पलायन रुकेगा और जो लोग जा चुके हैं वापस आएंगे ऐसी उम्मीद जताई जा रही है.
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