Maharashtra: संभाजीनगर में हिंसा करने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी, इसी क्रम में उसने शुक्रवार (31 मार्च) को अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. बीती रात इस मामले में 4 और लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनमें से 2 आरोपी वो हैं जिन्होंने पुलिस की गाड़ी में कथित तौर पर आग लगा दी थी. 


पुलिस का कहना है, जिले में हुई हिंसा के कथित आरोपियों की धर-पकड़ जारी है और आने वाले दिनों में वह हिंसा में शामिल किसी भी प्रकार के हर आरोपी को गिरफ्तार कर लेगी.


सीएम शिंदे ने की शांति बनाए रखने की अपील
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने संभाजीनगर में भीड़ की हिंसा में 10 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 12 लोगों के घायल होने के बाद गुरुवार को शांति बनाए रखने की अपील की. शिंदे ने कहा कि औरंगाबाद में स्थिति नियंत्रण में है. 


शिंदे ने यहां प्रसिद्ध मुंबादेवी मंदिर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने औरंगाबाद के पुलिस आयुक्त के साथ-साथ पुलिस महानिदेशक से हिंसा के बारे में जानकारी ली है. शिंदे ने कहा,वहां स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और पुलिस अपना काम कर रही है.


उन्होंने कहा, नवरात्रि और रमजान का महीना जारी है. सभी समुदायों और जातियों के लोगों ने हमेशा त्योहार एक साथ मिलकर मनाए हैं. हम उम्मीद करते हैं कि छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद का नया नाम) में शांति बनी रहेगी. 


संभाजीनगर में क्यों भड़क गई थी हिंसा?
संभाजीनगर में बुधवार रात राम मंदिर के निकट दो गुटों के बीच झड़प के बाद पुलिस शांति बहाल करने की कोशिश कर रही थी. इस दौरान लगभग 500 लोगों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और पेट्रोल से भरी बोतलें फेंकी. 


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